शासन के दिशा-निर्देशों के तहत आयुक्त आशुतोष पांडेय ने जारी किये आदेश..शिविरों के संचालन हेतु किया प्रभारी अधिकारियों की नियुक्ति कर सौपे दायित्व
कोरबा,23 अप्रैल (वेदांत समाचार)। सुशासन तिहार-2025 के तीसरे चरण के अंतर्गत नगर पालिक निगम कोरबा के सभी 07 जोन में विभिन्न तिथियों में समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा। नगर निगम आयुक्त आशुतोष पांडेय ने समाधान शिविरों के जोनवार आयोजन हेतु तिथियों का निर्धारण कर एवं प्रभारी अधिकारियों की नियुक्ति कर उन्हे शिविरों के सुचारू संचालन हेतु आवश्यक दायित्व सौंपे हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशों के तहत छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सुशासन तिहार-2025 संचालित किए जाने के आदेश प्रसारित किए गए थे, जिसके परिपालन में कोरबा जिला कलेक्टर अजीत वसंत के मार्गदर्शन में कोरबा जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में सुशासन तिहार मनाया जा रहा है।
इसी कड़ी में नगर पालिक निगम कोरबा क्षेत्र में भी सुशासन तिहार-2025 का आयोजन किया जा रहा है। इसके प्रथम चरण में 08 अप्रैल से 11 अप्रैल तक निगम के सभी सातों जोन में शिविर आयोजित कर आमनागरिकों से उनकी मांग व शिकायतों के संबंध में आवेदन पत्र प्राप्त किए गए थे, तत्पश्चात दूसरे चरण में इन प्राप्त आवेदनों का निराकरण किया जा रहा है, वहीं तीसरे चरण में समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा। आयुक्त श्री पांडेय ने नगर पालिक निगम कोरबा क्षेत्रांतर्गत जोनवार समाधान शिविरों के आयोजन हेतु तिथियों का निर्धारण कर प्रभारी अधिकारियों की नियुक्ति करते हुए उन्हें आवश्यक दायित्व सौपे हैं।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 07 मई को कोरबा जोन में, 09 मई को टी.पी. नगर जोन में, 14 मई को कोसाबाड़ी जोन में, 19 मई को पं. रविशंकर शुक्लनगर जोन में, 21 मई को बालको जोन में, 23 मई को दर्री जोन में एवं 27 मई को सर्वमंगला जोन में समाधान शिविर आयोजित होंगे, इन तिथियों में प्रातः 10 बजे से सायं 05 बजे तक समाधान शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
आयोजित होने जा रहे इन समाधान शिविरों में जिले के विभिन्न विभागों के काउंटर स्थापित किए जाएंगे। नगर पालिक निगम कोरबा के साथ-साथ राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, वन विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिक्षा विभाग, आदिवासी विकास विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, आबकारी विभाग, खाद्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण, पशुधन विकास विभाग, श्रम विभाग, उद्यान विभाग, जिला अत्यांवसायी, मछलीपालन विभाग, कृषि विभाग, छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण मर्यादित कम्पनी, समाज कल्याण विभाग, सहकारिता विभाग, कौशल विकास विभाग आदि विभागों के काउंटर स्थापित होंगे।