रायपुर,17 दिसम्बर । संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान शुक्रवार को रायपुर सांसद सुनील सोनी ने लोकसभा में झारखंड स्थित जैन तीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने वाले अध्यादेश पर रोक लगाने मांग की है। सांसद सोनी की इस पहल पर रायपुर जैन समाज ने उनका साधुवाद किया।
विदित हो की दिनांक 2 अगस्त 2019 को तत्कालीन झारखंड सरकार की अनुसंशा पर केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा झारखंड में गिरिडिह जिले के मधुबन में स्तिथ सर्वोच्च जैन शास्वत तीर्थ सम्मेद शिखर ‘पारसनाथ पर्वतराज’ को वन्य जीव अभ्यारण्य का एक भाग घोषित कर इको सेंसिटिव जोन के अंतर्गत पर्यावरण पर्यटन व अन्य गैर धार्मिक गतिविधियों की अनुमति देने वाली अधिसूचना क्र. 2795 (ई) बिना जैन समाज से आपत्ति या सुझाव लिए जारी की थी।
दिगम्बर जैन मंदिर पंचायत ट्रस्ट मालवीय रोड के अध्यक्ष संजय नायक जैन ने बताया की 20 जैन तीर्थंकरों और अनंत संतो की मोक्ष स्थली होने के कारण सम्मेद शिखर का कण-कण प्रति एक जैन के लिए पूजनीय वंदनीय है। वर्तमान मे झारखण्ड सरकार ने इस पूज्य स्थल को पर्यटन स्थल घोषित किया है। इसका पुरजोर विरोध भारत देश के जैन समाज कर रही है। इसी कड़ी मे राज्य सभा सदन मे शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के सांसद सुनील सोनी ने अपने वक्तव्य मे जैन धर्म सें जुड़े इस मुद्दे के बारे मे झारखण्ड सरकार को सम्मेद शिखर तीर्थ को पर्यटन स्थान घोषित नहीं किये जाने मांग की और इस अध्यादेश पर रोक लगाकर वापस लेने के लिए कहा। सांसद सुनील सोनी के इस वक्तव्य पर दिगम्बर जैन पंचायत ट्रस्ट मालवीय रोड एवं सकल जैन समाज छ.ग.ने साधुवाद किया है।
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