धमतरी, 6 दिसंबर। जिले के गौठानों में पैरादान की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 6 दिसंबर की सुबह कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आहूत गोधन न्याय योजना बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत प्रियंका महोबिया ने सक्रिय गौठानों में गोबर खरीदी, जैविक खाद निर्माण एवं उसका विक्रय, आजीविकामूलक कार्यों तथा अन्य गतिविधियों की समीक्षा की। उन्होंने गौठानों में पैरा संग्रहण का पोर्टल में एंट्री सुनिश्चित करने के निर्देश बैठक में दिए। साथ ही निर्मित गौठानों को सक्रिय गौठान बनाना सुनिश्चित करने कहा। इसके अलावा नियमित गोबर खरीदी से लेकर छनाई, खाद निर्माण और विक्रय के लिए समूहों को प्राथमिकता से काम करने के लिए उन्होंने प्रोत्साहित करने पर जोर दिया।
बैठक में श्रीमती महोबिया ने सामान्य गौठानों के साथ-साथ वन क्षेत्रों में स्थित आवर्ती चराई भूमि में भी गोबर खरीदी एवं अन्य गतिविधियों को नियमित रूप से सक्रिय करने पर बल दिया। उन्होंने विकासखण्डवार गौठानों की समीक्षा करते हुए गोबर खरीदी के अलावा आजीविकामूलक गतिविधियां की जानकारी ली तथा नगरीय निकायों में गोबर खरीदी का सतत् निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए। बैठक में गौमूत्र की जानकारी देते हुए उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ.एम.एस.बघेल ने बताया कि जिले में स्थित भटगांव और सारंगपुरी गौठानों में अब तक 723 लीटर गौमूत्र उत्पादित कर 573 लीटर बेचा गया। इससे 22 हजार 920 रूपये का फायदा हुआ।
बैठक में महोबिया ने बताया कि आगामी दिनों में जिले के सभी गौठानों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। बैठक में उप संचालक कृषि ने बताया कि जिले में कुल 346 सक्रिय गौठान हैं, जिनमें 338 ग्रामीण और 08 शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं, जहां अब तक चार लाख 61 हजार 473 क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है। इसमें 83 हजार 726 क्विंटल तैयार वर्मी कम्पोस्ट में से 61 हजार 698 क्विंटल वर्मी खाद वर्मी कम्पोस्ट का विक्रय किसानों को किया गया है। इसी तरह जिले के 338 गौठानों में से 299 गौठानों में अब तक दो हजार 290 टन पैरा पैरा का संग्रहण किया जा चुका है। बैठक में अपर कलेक्टर चन्द्रकांत कौशिक सहित कृषि एवं संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
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