पिथौरा। ऐतिहासिक कौड़ियांचल क्षेत्र पिथौरा को जिला बनाने की मांग उठी, क्षेत्रफल भगौलिक लिहाज से परिपूर्ण नगर पिथौरा को जिला घोषित करने की मांग व्यपारियो जनप्रतिनिधियों सामाजिक प्रतिनिधियो आस-पास के क्षेत्रवासियों द्वारा जोरो से की जा रही है, जिले की मांग पूरी करने क्षेत्रवासियों द्वारा रूपरेखा भी तैयार की जा रही है आगामी दिनों मुख्यमंत्री कार्यक्रम में जिले की मांग को पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा।
छत्तीसगढ़ प्रदेश में नए जिलो के गठन की कवायद तेज हो गयी है इसके मद्देनजर वर्षो से उपेक्षित गौरवशाली इतिहास से परिपूर्ण ऐतिहासिक नगर पिथौरा जिला बनने की वर्षो पुरानी मांग को सभी दल का समर्थन मिल रहा है। भगौलिक दृष्टि से सम्पन्न पिथौरा राष्ट्रीय राज्यमार्ग क्रमांक 53 पर स्थित है पिथौरा के जिला बनने से आस-पास के छोटे ग्राम ब्लॉक वाले करीब 2 लाख लोगों को लंबी दूरी तय करके मुख्यालय जाने से राहत मिलेगी।
व्यापार के लिहाज से नगर से सभी क्षेत्रों के लिए सीधे साधन है, बता दे अकेले पिथौरा ब्लॉक में 126 ग्राम पंचायत मौजूद है, पिथौरा सांकरा, झलप, बया तेंदुकोना समेत आस-पास के सैकड़ो ग्रामो को जोड़ा जाए तो करीब 2 लाख लोगों को इसका सीधा फायदा मिलेगा, अभी बसना सराईपाली सांकरा क्षेत्र से महासमुन्द मुख्यालय से 100 किमी से ऊपर पड़ता है पिथौरा को जिला बनाने से जिला मुख्यालय की दूरी कम हो जाएगी चुकी नगर पिथौरा वर्तमान के सभी ब्लॉकों की दूरी बराबर है।
आज सर्वदलों की बैठक
जिला बनाने की मांग को लेकर नगर के विभिन्न राजनीतिक दलों, व्यपारियो, समजिकजगणो, गणमान्यजनो, विभिन्न इलाके के जनप्रतिनिधियों की बैठक स्थानीय रेस्ट हाउस में 3 बजे रखी गयी है, बैठक में आगामी दिनों में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सांसद बसना व खल्लारी के विधायक जन, नगर व अंचल के जनप्रतिनिधियों व्यपारियो आम नागरिकों के माध्यम से जिला बनाने की मांग को लेकर रूपरेखा तैयार की जाएगी।
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