दंतेवाड़ा। राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा के निर्देशानुसार शाला प्रबंधन समिति के माध्यम से पालक व शिक्षकों में आपसी सहभागिता से बच्चों के सर्वांगीण उद्देश्य के दृष्टिकोण से जिला ग्रंथालय दंतेवाड़ा में जिला स्तरीय शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों का प्रशिक्षण 7 से 17 नवम्बर तक दिया गया। इस प्रशिक्षण में विकासखंड के प्रत्येक संकुल से 2 शिक्षकों का 2 दिवस का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण के समापन के अवसर पर पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद ठाकुर ने सभी शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण में जो भी आपने सीखा है उसे शालाओं में उपयोग करते हुए बच्चों का सर्वांगीण विकास करना आपका दायित्व है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से जो विधाएं जो कला आपको सिखाई गई है निश्चित तौर पर विद्यालय स्तर पर बच्चों को इसका लाभ मिलेगा और पालकों का रुझान भी बढ़ेगा।
जिला मिशन समन्वयक एस.एल. सोरी ने बताया कि वर्तमान में राज्य से प्रशिक्षण प्राप्त किये गये 2 शिक्षकों के माध्यम से अभी संकुल स्तर के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है जो संकुल स्तर, शाला स्तर पर प्रशिक्षण देंगे। राज्य शासन शाला प्रबंधन समिति के माध्यम से पालक व शिक्षकों की ओर से बच्चों के सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। इस योजना एवं कार्यक्रम का लाभ बच्चों को बेहतर मिले इस पर हमें कार्य करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर जिला परियोजना अधिकारी साक्षरता राजेन्द्र पाण्डेय, सहायक परियोजना समन्वयक कमल कर्मकार, एफ.एल.एन. प्रियंका बिलथरे व संजय पटेल उपस्थित रहे।
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