यदि आपका वजन बढ़ रहा है तो आपको अपनी नींद पर ध्यान देने की जरूरत है. नींद का सीधा संबंध आपके वजन से है. सोने के दौरान शरीर को आराम तो मिलता है, लेकिन साथ ही कुछ हार्मोन भी रिलीज होते हैं. इन हार्मोन का ही वजन से संबंध होता है. ये हार्मोन आपके शरीर में ज्यादा हैं तो आपको नींद की समस्या हो सकती है. शोध बताते हैं कि नींद की कमी और अधिकता दोनों ही शरीर के वजन पर असर डालती हैं.
दिल्ली में वरिष्ठ फिजिशियन डॉ अजय कुमार बताते हैं कि नींद के दौरान हमारे शरीर में एक हार्मोन कोर्टिसोल रिलीज होता है. यह कोर्टिसोल हार्मोन सुबह जागने से समय पर अपने उच्चतम स्तर पर होता है. इसके बाद धीरे-धीरे दिन भर में यह हार्मोन कम होता है. जब यह हार्मोन पूरी तरह से कम नहीं होता तब तक नींद नहीं आती. यह हार्मोन वजन बढ़ने का प्रमुख कारण होता है. इसके अलावा कम नींद लेने से भूख बढ़ती है और ज्यादा आहार लिया जाता है. इससे भी वजन तेजी से बढ़ता है.
मेटाबॉलिज्म को भी प्रभावित करती है नींद
कम नींद लेने से मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है. इससे वजन बढ़नेकी आशंका रहती है. इसके अलावा कम नींद लेने से शरीर में हार्मोन असंतुलन भी होता है. कम नींद लेने से लेप्टिनऔर घ्रेलिन हार्मोन डिसबैलेंसहो जाते हैं. लेप्टिनजो तृप्ति की भावना पैदा करता है और घ्रेलिन जो भूख को बढ़ाता है. कम नींद लेने से लेप्टिनकम होता है घ्रेलिन बढ़ता है. जिससे व्यक्ति ज्यादा आहार लेता है.
थकान रहती है
कम नींद लेने से दिन भर थकान रहती है. जिसके कारण आप व्यायाम या शारीरिक गतिविधियां कम करते हैं. इससे भी वजन बढ़ता है. नींद कम लेने से तनाव भी बढ़ता है. तनाव बढ़ने से वजन पर प्रभाव पड़ता है. एक्सपर्ट कहते हैं कि जो लोग कम नींद लेते हैं उनका बीएमआई और मोटापा बढ़ने की आशंका ज्यादा रहती है.
शोध भी करते हैं पुष्टि
कुछ शोध से भी पता चलता है कि कम नींद लेने से वजन पर बढ़ता है. कम नींद लेना वजन बढ़नेका एक महत्वपूर्ण कारण है. जबकि अच्छी और गहरी नींद लेने से वजन कम होता है.