कवर्धा ,29 अक्टूबर। राज्य शासन द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 के लिए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरूआत 1 नवम्बर से होने वाली है। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने जिला कार्यालय के सभाकक्ष में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समिति प्रबंधकों की साझा बैठक लेकर धान खरीदी की तैयारियों की गहनता से समीक्षा की। कलेक्टर महोबे ने कहा कि राज्य शासन द्वारा इस वर्ष 1 नवम्बर से धान की खरीदी शुरू होने वाली है। जिले के सभी धान उपार्जन केन्द्रों में मूलभूत आवश्यक तैयारियां कर ले। धान खरीदी की तैयारियों के लिए कलेक्टर द्वारा 34 बिन्दुओं पर अलग-अलग दिशा-निर्देश जारी किया गया है। इधर बैठक के बाद कलेक्टर महोबे ने जिले के कवर्धा, पिपरिया, बिरकोना और दशरंगपुर धान उपार्जन केन्द्रों का अवलोकन किया और आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
बैठक में बताया गया कि इस वर्ष 103 धान उर्पाजन केन्द्रों में किसी भी स्थल का परिवर्तन नहीं होगा। पिछले वर्ष स्थलों को धान खरीदी केन्द्र बनाए गए थे, उसी स्थलों पर अपनी तैयारियों रखे। खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में पंजीकृत एक लाख 17 हजार 170 किसान है। कुल रकबा 115383.50 हेक्टर है। कबीरधाम जिले में 90 समिति और 103 धान उपार्जन केन्द्र है। कलेक्टर महोबे ने बैठक में समिति प्रबंधकों को कहा कि धान खरीदी कार्य प्रारंभ होने के पूर्व से ही धान खरीदी केन्द्रों का नियमित निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि खरीदी केन्द्रों में आवश्यक व्यवस्था को लेकर विभिन्न अधिकारियों एवं नोडल अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर खरीदी कार्य सुचारू रूप से करवाएंगें। बैठक में डिप्टी कलेक्टर संदीप ठाकुर, एसडीएम पीसी कोरी, डी.आर. डाहिरे, लेखा अजगल्ले, खाद्य अधिकारी अरूण मेश्राम, एमडी एवं उप पंजीयक कार्यलय सहकारी संस्था सतीष पाटले, सर्व एसडीएम, डीएमओ मार्कफेड, तहसीलदार, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं, नोडल अधिकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित एवं समस्त समिति प्रबंधक उपस्थित थे।
कलेक्टर महोबे ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि नोडल अधिकारी नियमित रूप से धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण करें और किसी भी तरह की अनियमितता, अव्यवस्था की जानकारी एसडीएम को दे। खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में धान खरीदी के लिए धान मानक तय करते हुए एमएसपी और एफएक्यू मापदण्ड तय किया गया है। निर्धारित मापदण्ड के आधार पर साफ सुधरे और मानक धान की खरीदी की जाएगी। धान की गुणवत्ता से समझौते नहीं किए जाएगे। कलेक्टर ने कहा कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी धान खरीदी की व्यवस्था रहेगी। एक हैक्टेयर से कम वाले छोटे किसानों को एक बार में धान खरीदी होगी। इसी तरह सीमांत किसानों से दो बार में खरीदी की जाएगी। सीमांत किसानों को तीसरा टोकन काटने के लिए नोडल अधिकारी से परीक्षण कराए जाएंगे। इसी तरह बडे़ किसानों से भी धान की खरीदी की जाएगी।
कलेक्टर माहेबे ने बैठक में अन्य राज्य से और कोचियों, बिचैलियों के माध्यम से अवैध धान की आवक पर रोक लगाने, किसान पंजीयन के सम्बंध में, बारदानों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित कराने तथा धान खरीदी के सम्बंध में प्रत्येक धान खरीदी केंद्र में तैयारियां सुनिश्चित करने के सम्बंध में विस्तृत समीक्षा की एवं संवेदनशील केंद्रों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने समय पर मिलिंग के लिए पंजीयन कार्य पूर्ण करने तथा मिलर्स बारदाने के संग्रहन के सम्बंध में जिला खाद्य अधिकारी एवं बारदानों के उठाव के सम्बंध में जिला विपणन अधिकारी को निर्देशित किया। संग्रहण केंद्र में पानी व्यवस्था, लाइट व्यवस्था, शौचालय, आद्रता मापी मशीन, डैनेज व्यवस्था, तिरपाल व्यवस्था, जमाल व्यवस्था, स्टैकिंग व्यवस्था की तैयारी सुनिश्चित करने निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि जिले के में पडोसी राज्यों एवं पडोसी जिलों से आने वाले धान के अवैध परिवहनों को रोकने के लिए 7 अलग-अलग चेक पोस्ट तैयार किए गए है और अन्य मार्गों पर भी कड़ी निगरानी के लिए आवश्यक व्यवस्था बनाई गई है।
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