यूपी में फिरोजाबाद के टूंडला तहसील के थाना नगला सिंघी क्षेत्र में दीपावली पर 2 दिन तक कुएं में पड़ी रही मासूम बालिका पिता का पीछा करते हुए भटक गई थी। पिता साइकिल की पंचर जुड़वाने के लिए निकला था और 2 साल की मासूम बेटी पीछे चली आई। पिता कम सुन पाता था इसलिए उसे बच्ची का एहसास नहीं हुआ और खेतों की ओर गए पिता का पीछा करते हुए वह कुएं में गिर गई थी। परिवार के लोग अब सकुशल कुए से निकली बच्ची के साथ भाई दूज बनाने की तैयारी कर रहे हैं। बच्ची अपने भाइयों के साथ त्यौहार को मनाएगी। हालांकि अभी वह घटना के बाद से काफी डरी सहमी है। मां उसे लगातार सीने से लगाए हुए है।घटनाक्रम के अनुसार, बांसदानी निवासी प्रेमलता 2 वर्षीय पुत्री देवेंद्र 23 अक्टूबर को अपने पिता के पीछे-पीछे घर से निकल आई थी। उसके बाद वह लापता हो गई। पिता की साइकिल पंचर थी इसलिए वह पंचर जुड़वाने के लिए घर से निकला था। पिता कम सुन पाता था इसलिए बच्ची उसका पीछा कर रही है, यह उसे पता नहीं चल पाया और पंचर की दुकान से आगे बढ़ गया। लोगों को भी नहीं पता था कि यह मासूम सी बच्ची पिता का पीछा करते हुए जा रही है। इधर-उधर भटकती बच्ची घर से करीब 1 किलोमीटर दूर तक चलती रही और अंधेरा होने पर कुएं में गिर गई थी। गनीमत रही कि कुएं में पानी नहीं था और बच्ची की लोगों ने आवाज सुन ली। पुलिस की टीम द्वारा गहरे कुएं से रेस्क्यू करके निकलवाया गया था।
मधुमक्खियों के बीच में भी सुरक्षित रही बच्ची
जिस कुएं में मासूम बच्ची गिरी थी उसमें काफी मधुमक्खियां थी। ग्रामीणों ने एक रस्सी में कपड़े को बांधकर हिलाया और उन मधुमक्खियों को बाहर निकाला था।
साहसी युवक एक बार में ही निकाल लाया था बच्ची को
गांव का जो युवक कुएं में रस्सी बांधकर उतरा था। उसके साहस की भी लोगों द्वारा तारीफ की जा रही है। पहली बार में ही वह लटकता हुआ कुआ के निचले तल तक पहुंचा और बच्ची को सकुशल गोद में लेकर आ गया था।
मां का साथ नहीं छोड़ रही बच्ची
कुएं में गिरी बच्ची इतनी डरी सहमी है कि दूसरे दिन भी मां से लिपटी रही। वह अपनी मां का साथ नहीं छोड़ रही है। हुए में गिरने से वह चोटिल भी हुई है। 2 दिन तक भूखी प्यासी रही बच्ची अंधेरे में पड़े रहने से दहशत में भी दिख रही है।
अब अकेला नहीं छोड़ेंगे बच्ची को
परिवार के सदस्यों ने कहा कि अब इस मासूम को कभी भी आंखों से ओझल नहीं होने देंगे। ईश्वर की कृपा से वह दीपावली के त्यौहार पर घर वापस आई है। अगर पता नहीं चल पाता तो उसकी जान बचाना मुश्किल हो जाता। हर पल उस पर परिवार के सदस्य नजर रखेंगे।
सीओ टूंडला, हरिमोहन सिंह ने कहा कि बच्ची के पिता से बातचीत हुई थी। वहां कम सुन पाता है ऐसा ग्रामीणों ने बताया है। पंचर की दुकान तक गए पिता का बच्ची पीछा करती चली गई और फिर भटक कर शाम होने के चलते कुआ में गिर गई थी। बच्ची का सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है। परिवार में दीपोत्सव की खुशियां मनाई जा रही हैं।
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