सावन माह के अंतिम सोमवार को जलाभिषेक करने शिव मंदिरों में लगा भक्तों का तांता

जिले में आस्था का केंद्र तपस्वी बाबा सत्यनारायण बाबा धाम है लोग तप बाबा सत्यनारायण को साक्षात भगवान का अवतार मानते है, जहां हर वर्ष सावन व अन्य महोत्सव में भक्तों का जनसैलाब दर्शन पाने को उमड़ता हैं वही सावन के अंतिम सोमवार को आधी रात से ही भक्तो को कतारबद्घ नजर आते है। जिसमें मंदिर स्थल से पांच किलोमीटर दूर तक भक्त नजर आता था। सावन के

रायगढ़। जिले में आस्था का केंद्र तपस्वी बाबा सत्यनारायण बाबा धाम है लोग तप बाबा सत्यनारायण को साक्षात भगवान का अवतार मानते है, जहां हर वर्ष सावन व अन्य महोत्सव में भक्तों का जनसैलाब दर्शन पाने को उमड़ता हैं वही सावन के अंतिम सोमवार को आधी रात से ही भक्तो को कतारबद्घ नजर आते है। जिसमें मंदिर स्थल से पांच किलोमीटर दूर तक भक्त नजर आता था। सावन के अंतिम सोमवार पर जिले भर के सभी मंदिरों में मंदिर संस्था द्वारा पूरी तैयारी की गई थी क्योंकि इस दिन राखी भी और भाई बहन राखी बांधने से पहले मंदिर जाकर पूजा अर्चना करने का पूर्वानुमान लगाया गया था इस वजह से मंदिर परिसर से लेकर अंदर तक सभी व्यवस्था को दुरुस्त किया गया था। मंदिरों में श्रद्घालुओं ने भोलेनाथ की पूजा अर्चना व जलार्पण किये। शहरी क्षेत्र के साथ पूरा अंचल इस दिन शिवमयनजर आया । भगवान शंकर के अभिषेक के लिए मंदिरों के बाहर कई भक्त कतार बध्द नजर आए यह सिलसिला पूरे दिन भर चलता रहा। शहर के अंदर विशेषकर गौरीशंकर मंदिर, निकले महादेव और पहाड़ मंदिर स्थित शिवालय, बाबा धाम, मनकामेश्वर मंदिर में विशेष रूप से तैयारी की गई थी। जहां सुबह से ही भक्तों को जल चढ़ाते हुए देखा गया। लोग पूजा पाठ कर अपने परिवार के सुख शांति की कामना किए।

अंबेटिकरा शिव मंदिर किया गया अभिषेक

सावन के अंतिम सोमवार को धरमजयगढ़ के सरिया तट पर स्थित शिव मंदिर सहित अंबेटिकरा शिव मंदिर और नगर तथा आसपास के सभी शिवालयों में श्रद्घालुओं ने जलाभिषेक दुग्धाभिषेक कर परिवार की सुख-शांति की कामना करने पहुंचे। वहीं सुबह से मंदिरों में जल चढ़ाने और पूजा के लिए लोग जुटने शुरू हो गए थे। इस दौरान श्रद्घालुओं ने हर हर महादेव, बोल बम शिव शंकर की जय आदि जयकारे लगाए। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक सावन महीने में भगवान शिव की पूजा का महत्व है। सोमवार को पूजा का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। यहां स्थित सरिया नदी के पास महादेव मंदिर में मध्यरात्रि में रुद्राभिषेक हुआ। मंदिर के महाराज ने बताया कि अंतिम सोमवार के दिन भीड़ की आशंका को देखते हुए अधिकांश श्रद्घालु ब्राह्ममुहूर्त में ही जल चढ़ाने पहुंचे। यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा।

कांवर यात्रा में शामिल हुए विधायक प्रकाश नायक

पंजरी प्लांट के वार्ड क्रमांक 28 में पार्षद राकेश तालुकदार की अगुवाई में आयोजित भव्य कावर यात्रा में विधायक प्रकाश नायक ने शामिल होकर आमजन की सुख- समृद्घि के लिए आशीर्वाद मांगा। विदित हो कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी पंजरी प्लांट के कांवर यात्रा आयोजन समिति द्वारा इस वर्ष भी भव्य कांवर यात्रा का आयोजन किया गया था। जहाँ यह यात्रा पंजरी प्लांट मैरीनड्राइव से कोसमनारा बाबाधाम के लिए निकाली गई थी।आयोजित यात्रा में इसमें भारी संख्या में महिला श्रद्घालुओं की मौजूदगी रही। वही कांवर यात्रा के प्रमुख आकर्षण में भगवान शिव के परिवेश में बधो मन मोह रहे थे। जहां बोल बम के नारों से समूचा मार्ग ही गुंजायमान नजर आया।आयोजित कार्यक्रम में विधायक प्रकाश नायक के साथ प्रमुख रूप से राकेश तालुकदार ,सलीम नियारिया ,विमल यादव , राधे श्याम अनंत सहित बड़ी संख्या में महिला व पुरुष श्रद्घालुओं की उपस्थिति रही।

किलकिला धाम में कांवड़ियों ने किया भगवान शिव का जलाभिषेक

सावन माह के अंतिम सोमवार को भगवान शिव के दरबार में शिवभक्तों ने जल चढ़ाकर जलाभिषेक किया। धरमजयगढ़ से किलकिला के लिए क्षेत्र के हजारों श्रद्घालुओं ने कांवर यात्रा निकाली और किलकिला स्थित भगवान शिव का जलाभिषेक किया। इस दौरान महिला, पुरुष और बधाों ने लगभग 56 किलोमीटर की पदयात्रा कर बोल-बम के जयघोष के साथ कार्यक्रम में भाग लिया। रविवार को सुबह मां अंबेटिकरा के मंदिर के पास स्थित मांड नदी से जल लेकर धरमजयगढ़, सिसिरिंगा, चरखापारा, बाकारुमा, पत्थलगांव होते हुए हजारों श्रद्घालु शाम होते किलकिलेश्वर धाम पहुंचे । डीजे की धून पर थिरकते रहे। रात्रि विश्राम कर सुबह भगवान शिव का जलाभिषेक किया। इस यात्रा के दौरान रास्ते भर में कांवड़ियों के लिए दानदाताओं द्वारा जगह जगह चाय नाश्ता, भोजन का प्रबंध किया गया था।