फिक्स्ड कार्बन की मात्रा 57 प्रतिशत होने से ऊर्जा खपत में बचत, उत्पादकता अधिक
रायपुर । देशभर में गैर-बिजली क्षेत्र के औद्योगिक उपभोक्ताओं की कोयले संबंधी समस्याओं को देखते हुए जाने-माने उद्योगपति नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर (जेएसपी) ने स्पंज आयरन उत्पादकों के लिए विशेष कोयले की पेशकश की है, जो पर्यावरण संरक्षण में मददगार होगा ही, संसाधनों की भी बचत करेगा और किल्न की उत्पादकता व उम्र भी बढ़ाएगा।
रायपुर के एक होटल में आयोजित स्पंज आयरन उद्योगपतियों की बैठक में जेएसपी के सीईओ (स्टील) डीके सरावगी ने कहा कि संस्थापक चेयरमैन ओपी जिन्दल के दिखाए मार्ग पर चलते हुए चेयरमैन नवीन जिन्दल भी उद्योगों के मित्र और अग्रणी सहयोगी बने हुए हैं और यही वजह है कि उनकी कंपनी जिन्दल स्टील गैर-बिजली क्षेत्र में उत्पन्न कोयला की कमी को देखते हुए कोयले की विशेष वैरायटी मोजाम्बिक स्टीम कोल (ग्रेड वीटी-1) लेकर आई है।
ती है। इसके अलावा इसमें 6 प्रतिशत कम कोयला लगता है और 8 प्रतिशत तक कम ठोस कचरा निकलता है। इस कोयले के उपयोग के बाद देखा गया कि कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन 5 फीसदी से भी कम है।
इस अवसर पर प्रेसिडेंट प्रदीप टंडन ने कहा कि डीआरआई तकनीक के विकास में जिन्दल स्टील एंड पावर का बड़ा योगदान है। कंपनी इनोवेशन में विश्वास करती है और स्टील सेक्टर में हो रहे नए प्रयोगों को अपनाने के साथ-साथ उद्योगों के बीच साझा कर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान कर रही है। नेशनल ब्रांड मैनेजर रोहित लांबा ने कहा कि जेएसपी के उत्पादों की बाजार में अच्छी साख है और गुणवत्ता के मामले में हमारे ब्रांड का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक अलग स्थान है।कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के स्पंज आयरन उद्यमियों के अतिरिक्त मार्केटिंग विभाग के रामकिशोर समेत अनेक अधिकारी उपस्थित थे।
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