खाखी की संवेदना,नगर कोतवाल ने विधि विधान से कराया महिला का अंतिम संस्कार

वृद्धा आश्रम और नई उम्मीद संस्थान में नाबालिग बच्चों से कराये तेरहवीं का भोजन


रायगढ़,2 जून (वेदांत सामाचार) । पिछले दिनों जिला अस्पताल में जांच दौरान पुहंचे नगर कोतवाल मनीष नागर द्वारा कोतरारोड़ थाना क्षेत्र स्थित ग्राम कोसमनारा निवासी महिला की बिमारी के मौत होने के बाद नाबालिग बच्चों की स्थिति को देख न केवल मृतिका का अंतिम संस्कार कराये इसके साथ ही मानवीय संवेदना का परिचय देते हुए विधिवत हिन्दू संस्कृति अनुसार पूजा अर्चना, मकान शुद्धि पूजन कराने उपरांत मासूम बच्चे और 17 वर्षीय बालिका के हाथों ब्राह्मण भोज कराने उपरांत वृद्धा आश्रम और नई उम्मीद संस्थान के बच्चों में भोजन वितरण कराया गया।


बीते 19 मई को जिला अस्पताल में भर्ती 40 वर्षीय महिला नर्मदा तिवारी की बिमारी के कारण मौत हो गई । घर में नाबालिग बेटी और बेटे के अलावा कोई नहीं था । सड़क दुर्घटना में मौत के मामले की जांच करने नगर कोतवाल जिला अस्पताल पहुंचे जहां मासूम बच्चे ने अपनी मां के मौत की जानकारी देकर उनसे आग्रह किया कि उनके पास कोई विकल्प नहीं है तब उदार दिल कोतवाल मनीष चंद्र नागर ने बच्चों की मनोदशा को समझते हुए 20 मई को मृतिका का कयाघाट मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार कराया । उसके साथ ही यतीम बच्चों को अनाथालय और बालगृह में रखवाने का प्रबंध किये । इतना करने के बाद श्री नागर को लगा कि ब्राह्मण महिला का विधिवत हिन्दू धर्म के अनुसार तेरहवीं कराने से उसकी आत्मा को शांति मिलेगी ।

उसके बाद उन्होंने पंडित बुलाकर विधिवत मृतिका के आत्मा की शांति के लिए पूजा पाठ उसके निवास स्थान पर ही बच्चों को बैठाकर पूर्ण कराया । मौत के तेरहवें दिन विधिपूर्वक सुबह लक्ष्मीनारायण मंदिर में बच्चों के हाथों ब्राह्मण भोज कराने के बाद बापू की कुटिया वृद्धा आश्रम तथा नई उम्मीद संस्थान कौहाकुंडा के दिव्यांग सैकड़ों बच्चों में भोजन वितरण कराये ।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]