अमेरिका और ब्रिटेन ने दावा किया है कि रूस ‘फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन’ (Flag Operation Operation) के जरिए यूक्रेन पर हमला (Russia Ukraine Conflict) करने की योजना बना रहा है. युद्ध और हिंसक संघर्ष के संबंध में फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन का मतलब उस स्थिति से होता है, जिसमें कोई एक समूह अपराध जैसी कोई गतिविधी करता है, इसका मकसद आक्रमण को सही ठहराने के लिए दोषारोपण से बचना या किसी अन्य पक्ष को दोष देना होता है. फॉल्स फ्लैग उस राजनीतिक और सैन्य कार्रवाई (Military Activity) को भी कहा जाता है, जो की ही इसलिए जाती है, ताकि उसका दोष अपने प्रतिद्वंद्वियों पर लगाया जा सके.
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटली ब्लिंकन ने 17 फरवरी को कहा था कि, ‘रूस ने अपने हमले का बहाना बनाने की योजना बनाई है.’ उन्होंने दुनियाभर के नेताओं को चेतावनी दी कि ये बहाना कई रूपों में देखने को मिल सकता है, जैसे रूस के भीतर मनगढ़ंत आतंकी हमले की सूचना फैलाकर, सामूहिक कब्र की खोज जैसा दावा करके, आम नागरिकों के ऊपर ड्रोन से नकली या असली हमला करवाकर या फिर केमिकल हथियारों का इस्तेमाल करके नकली या असली हमला करवाकर. अमेरिका ने पहले ही कहा था कि ऐसी संभावना है कि फरवरी की शुरुआत में रूस फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन चला सकता है.
यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में हिंसा बढ़ी
अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन नाटो के प्रमुख जेन्स स्टोल्टनबर्ग ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में इस मसले पर बात की. उन्होंने कहा कि रूस सैन्य अभ्यास की आड़ में अपने सैनिकों और हथियारों को यूक्रेन से लगने वाली सीमाओं पर एकत्रित कर रहा है. जो किसी युद्धाभ्यास से कहीं अधिक है. इस बीच यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में जंग जैसे हालात पैदा हो गए हैं. यहां का दोनेत्सक और लुंहास्क क्षेत्र रूस समर्थित अलगाववादियों के कब्जे में हैं. यहां हुए हमालों के लिए ये विद्रोही यूक्रेन की सेना को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. जबकि यूक्रेन की सेना का कहना है कि इन्हीं हमलों में उसके दो सैनिकों की मौत हो गई है.
रूस की मदद ले सकते हैं अलगाववादी
रूस समर्थित अलगाववादी जिस तरह की घोषणाएं कर रहे हैं, उनसे लगता है कि वो जंग करने की तैयारी में हैं. पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्स्क क्षेत्र में रूस समर्थित अलगाववादी सरकार के प्रमुख डेनिस पुशिलिन ने पूर्ण सैन्य लामबंदी की घोषणा की और रिजर्व बल के सदस्यों से सैन्य भर्ती कार्यालय में आने का अनुरोध किया. इन इलाकों से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को रूस भेजा जा रहा है. पुशिलिन ने एक इजरायली चैनल से बात करते हुए कहा कि अगर स्थिति बिगड़ती है तो वह रूस से मदद मांगेगे. उनका कहना है, ‘ऐसी बहुत अधिक संभावना है कि यूक्रेन सैन्य टकराव शुरू करने और आक्रमण करने का इरादा रखता है. गेंद यूक्रेन के ही पाले में है. इस बात से भी हम इनकार नहीं कर सकते कि अगर कुछ परिस्थियों में नागरिक मारे जाते हैं, तो हमें रूस की मदद लेनी होगी.’
कहां से हुई इस शब्द की उत्पत्ति?
फॉल्स फ्लैग शब्द का इस्तेमाल सबसे पहले 16वीं सदी में किया गया था. इसके जरिए यह बताया गया कि समुद्री लुटेरों ने किस तरह एक मित्र देश का झंडा फहराया, ताकि उनके पास दूसरे मर्चेंट जहाज आ सकें. फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन के तहत जानबूझकर ऐसी गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है, ताकि हमला करने की नौबत आ जाए, तो उसके लिए प्रतिद्वंद्वियों पर दोष मढ़ा जा सके. ये रणनीति अतीत में भी कई देश अपना चुके हैं. वो खुद पर हमला होने का नाटक करते हैं या फिर कई बार खुद ही वास्तविक हमला करा देते हैं. इसके बाद आरोप लगाते हैं कि ऐसा दुश्मन ने किया है. इसी बहाने उन्हें युद्ध लड़ने का बहाना मिल जाता है.
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