विरोध प्रदर्शन में ट्रक चालकों का नेतृत्व करने वाले दो नेता गिरफ्तार, पुलिस ने शहरी इलाकों को सील करना किया शुरू

कनाडा की राजधानी ओटावा (Canada Protest Update) की सड़कों पर प्रदर्शन कर जाम लगाने वाले सैकड़ों ट्रक चालकों का नेतृत्व कर रहे दो नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे तमारा लिच और क्रिस बार्बर को पार्लियामेंट हिल (Parliament Hill) इलाके के पास से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने लगभग तीन सप्ताह से चल रहे विरोध प्रदर्शनों (Protest in Canada) को समाप्त करने की प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी है, लेकिन प्रदर्शनकारी ट्रक चालक वहीं डटे हैं और अपने-अपने ट्रकों के हॉर्न बजाकर वहां से नहीं हटने का संकेत दे रहे हैं.

दरअसल, कनाडा में इन दिनों कोविड-19 टीकाकरण और वैश्विक महामारी संबंधी पाबंदियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. ट्रक चालकों की अगुवाई में प्रदर्शनकारियों ने कनाडा की राजधानी ओटावा में ट्रकों के साथ जाम लगा दिया है और कई जगह कनाडा से अमेरिका जाने वाला मार्ग बाधित कर दिया है. बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी ओटावा के पार्लियामेंट हिल इलाके में पहुंचे और उन्होंने सरकारी इमारतों के चारों ओर कटीले तार लगाकर उनकी घेराबंदी कर दी.

शहरी इलाकों को सील किया जा रहा

पुलिस ने शहर के अधिकांश इलाकों को बाहरी लोगों के लिए सील करना शुरू कर दिया है ताकि प्रदर्शनकारियों की सहायता के लिए उन्हें आने से रोका जा सके. ओटावा पुलिस के अंतरिम प्रमुख स्टीव बेल ने कहा कि खतरे की आशंका को देखते हुए यह कार्रवाई जरूरी है. स्टीव बेल ने कहा, ‘हम इस गैरकानूनी प्रदर्शन को समाप्त करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं.’ कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने स्थिति से निपटने के लिए इमरजेंसी एक्ट लागू कर दिया था. जिसके बाद उन्हें भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है.

आपातकालीन शक्तियों का इस्तेमाल किया

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि उन्होंने कोविड-19 प्रतिबंधों के विरोध में ओटावा को ब्लॉक करने वाले और सीमा पार यातायात को बाधित करने वाले ट्रक ड्राइवरों और अन्य लोगों के प्रदर्शन से निपटने के लिए आपातकालीन शक्तियों का इस्तेमाल किया है. ट्रूडो ने सेना का इस्तेमाल करने की संभावना से इनकार किया और कहा कि आपातकालीन कदम ‘निश्चित समय सीमा के लिए उठाए जाएंगे, भौगोलिक आधार पर लागू किए जाएंगे और जिस खतरे से निपटने के लिए उन्हें लागू किया गया है, वे उसके अनुपात में एवं तार्किक तरीके से लागू किए जाएंगे.’