बंगाल की मशहूर शास्त्रीय गायिका संध्या मुखर्जी संध्या मुखोपाध्याय का अंतिम संस्कार पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ बुधवार की शाम को किया जाएगा. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने गायिका के निधन पर शोक जताया है. सूत्रों के मुताबिक, ममता बनर्जी का बुधवार की शाम को कूचबिहार से कोलकाता लौट आएंगी और वह अंतिम संस्कार में शामिल होंगी. बता दें कि कूचबिहार का निर्धारित दौरा अपरिवर्तित रहेगा. वह सुबह कूचबिहार समारोह में शामिल होंगी. समारोह के बाद वह कलकत्ता लौट आएंगी. वह शाम को मुखर्जी के अंतिम संस्कार में मौजूद रहेंगी. इस अवसर पर उन्हें अंतिम सलामी दी जाएगी. संध्या मुखर्जी का पार्थिव शरीर दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक रवींद्र सदन में रखा जाएगा. अनुयायी और भक्त वहां उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देंगे.
बता दें कि संध्या मुखर्जी का निधन मंगलवार शाम करीब साढ़े सात बजे (7:30 बजे) हो गया था. अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि तबीयत खराब होने के कारण मुखर्जी 27 जनवरी से ही अस्पताल में भर्ती थीं. उन्होंने बताया कि गायिका को रक्तचाप बढ़ाने की दवा दी जा रही थी, इसके बावजूद रक्तचाप गिरने के कारण उन्हें सघन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में ले जाया गया था. शाम करीब साढ़े सात बजे (7:30 बजे) उन्हें दिल का दौरा पड़ा जिससे उनकी मृत्यु हो गई.
विशिष्ट हस्तियों ने संध्या मुखर्जी के निधन पर जताया शोक
संध्या मुखर्जी के निधन पर विशिष्ट हस्तियों ने शोक जताया है. प्रसिद्ध संतूर वादक पंडित तरुण भट्टाचार्य ने उनकी निधन पर शोक जताते हुए कहा की संध्या दी के निधन पर वह बहुत ही शोकाकुल हैं. मेरे लिए यह व्यक्तिगत क्षति है. हमारे लिए वह मां समान थीं. मुझे अभी भी यकीन नहीं हो रहा कि वह नहीं रहीं, लेकिन उनकी ख्याति बनी रहेगी. लोग उनकी संगीत से उन्हें याद करेंगे. मुखर्जी के निधन पर शोक जताते हुए हिन्दुस्तानी संगीत के उस्ताद अजय चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘मेरे लिए यह व्यक्तिगत क्षति है। हमारे लिए वह मां समान थीं। मुझे अभी भी यकीन नहीं हो रहा कि वह नहीं रहीं.’’ टॉलीवुड की अनुभवी अभिनेत्री माधबी मुखर्जी ने भी गायिका संध्या मुखर्जी को अपनी बड़ी बहन की तरह बताया। मुखर्जी ने अभिनेत्री के लिए तमाम हिट गाने गाये हैं.
गणतंत्र दिवस पर पद्म पुरस्कार लेने से कर दिया था इनकार
कोलकाता में 1931 में जन्मीं मुखर्जी का निधन इस महीने संगीत जगत के लिए दूसरा बड़ा झटका है. संध्या मुखर्जी के परिवार में बेटी और दामाद हैं. कोलकाता स्थित अपने आवास के बाथरूम में फिसलकर गिरने के एक दिन बाद उन्हें 27 जनवरी को सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. गायिका के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी और उनके विभिन्न अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, साथ ही गिरने के कारण बायें कुल्हे की हड्डी टूट गई थी. उनका इन बीमारियों का इलाज चल रहा था. गायिका को ‘बंग बिभूषण’ और सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिला था. हालांकि उन्होंने इस साल गणतंत्र दिवस से पहले पद्म पुरस्कारों की घोषणा के लिए सरकार द्वारा संपर्क किए जाने पर पद्मश्री पुरस्कार स्वीकार करने से मना कर दिया था.
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