शिकार करने पहुंचे तीन आरोपित गिरफ्तार

अनूपपुर, 14 फ़रवरी (वेदांत समाचार)। जंगल में शिकारियों द्वारा वन्य प्राणियों के शिकार हेतु जाल फैलाया गया था। रात में जंगल में गश्त कर रहे वन कर्मचारियों को शिकारियों की हरकत का पता चल गया जिससे शिकारी अपने उद्देश्य में सफल नहीं हो सके और गिरफ्तार कर लिए गए। मामला वन परीक्षेत्र अनूपपुर के बीट औढ़ेरा का है। आरोपितों से शिकार के लिए उपयोग में लाई जाने वाली सामग्री जब्‍त की गई है।

12 फरवरी की रात शिकार का प्रयास किया गया था अगले दिन वन विभाग द्वारा शिकार से जुड़े इस मामले पर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में सम्हारू पिता महंगू बैगा 28 वर्ष, लमसू पिता बैढ़ा बैगा 30 वर्ष और समय लाल पिता पटवारी बैगा 40 वर्ष निवासी ग्राम बैहार हैं।

जानकारी के अनुसार शनिवार की रात किरर वन क्षेत्र के औढ़ेरा बीट में डिप्टी रेंजर किरर रिचर्ड रेगी राव वनरक्षक जगत सिंह के साथ जंगल के आर एफ क्रमांक 362 में गुजरने वाले 11हजार केव्ही विद्युत लाइन के नीचे और आसपास निरीक्षण कर रहे थे। इसी दौरान राजस्व क्षेत्र में जमीन पर बांस की बनी, खूंटी, प्लास्टिक के तार फैले हुए मिले। वन चौकीदार जब वहां पर और जांच कर रहा था तो दो लोग वहां मिले जो मौका पाकर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। रविवार को वन विभाग द्वारा शहडोल से विभाग का डाग स्क्वाड बुलवाया गया।

खोजी डाग सामग्रियों की निशानदेही पर सबसे पहले सम्हारू बैगा के घर पहुंचा जिसे वन विभाग ने हिरासत में लिया और उसके घर से जीआइ तार सहित अन्य सामग्री बरामद की। आरोपित सम्हारू ने पूछताछ के दौरान चार अन्य लोगों के नाम बताएं जिसमें से लमसू और समय लाल को हिरासत में लिया गया। जबकि मामले में शामिल दो फरार मिले। वन विभाग द्वारा आरोपितों के कब्जे से चीतल का सींग, एक गड़ासा, दो क्लच वायर तार, 10 नग बांस की डंगनी, करीब 5 किलो जीआइ तार तथा छोटे-छोटे बांस के टुकड़े आदि सामग्री जब्त की। जिसका उपयोग आरोपित वन प्राणियों का शिकार करने के लिए करते थे। तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत न्यायालय में प्रस्तुत किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।