Reliance का दुनिया के सबसे बड़े ब्लू हाइड्रोजन उत्पादकों में से एक बनने का लक्ष्य, लागत के मुकाबले आधी कीमत पर करेगी तैयार

अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने वैश्विक स्तर पर ब्लू हाइड्रोजन (Blue Hydrogen) के सबसे बड़े उत्पादकों में शामिल होने का लक्ष्य तय किया है. इसके साथ ही रिलायंस ने शून्य उत्सर्जन वाले इसी ईंधन को वैश्विक औसत उत्पादन लागत के मुकाबले आधी कीमत पर तैयार करने की बात कही है. रिलायंस ने एक बयान में कहा कि कंपनी इस समय पेट्रोलियम कोक को संश्लेषण गैस में परिवर्तित करने वाले 30,000 करोड़ रुपये के संयंत्र को ब्लू हाइड्रोजन के उत्पादन के लिए फिर से तैयार करेगी. हाइड्रोजन अभी तक ज्ञात ईंधनों में सबसे स्वच्छ ईंधन है, और उत्पादन के तरीके के आधार पर यह हरा, नीला या ग्रे हो सकता है. इनमें ब्लू हाइड्रोजन को कार्बन सापेक्ष भी कहा जाता है, क्योंकि इससे वातावरण में उत्सर्जन का फैलाव नहीं होता है.

रिलायंस ने 2035 तक अपने व्यवसायों के लिए शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य निर्धारित किया है और वह फिलहाल ब्लू हाइड्रोजन का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दे रही है. नवीकरणीय ऊर्जा की तरफ कदम बढ़ाने के तहत आरआईएल अपनी जामनगर सिनगैस परियोजना को पूर्ण-स्वामित्व वाली अपनी एक सब्सिडरी इकाई को हस्तांतरित कर रही है.

कंपनी ने हाल में कहा था कि वह 2030 तक नवीकरणीय स्रोतों से कम से कम 100 गीगावाट बिजली का उत्पादन करेगी, या उत्पादन की क्षमता हासिल करेगी, जिसे कार्बन मुक्त ग्रीन हाइड्रोजन में बदला जा सकेगा.

एक दशक में हाइड्रोजन की लागत बेहद कम करने का लक्ष्य

साथ ही आरआईएल ने अगले एक दशक में हाइड्रोजन की लागत को एक डॉलर प्रति किलोग्राम से नीचे लाने का लक्ष्य तय किया है.

आपको बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज को मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 18,549 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ है. कंपनी के नेट प्रॉफिट में 41.5 फीसदी का उछाल आया है. रिलायंस जियो का वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में नेट प्रॉफिट 3,615 करोड़ रुपये पर रहा है. वहीं, कंपनी को तीसरी तिमाही में 19,347 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हुआ है.

रिलायंस इंडस्ट्रीज का ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू तिमाही में 54.25 फीसदी बढ़कर 1,91,271 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. पिछले साल की समान तिमाही में यह 1,23,997 करोड़ रुपये रहा था. कंपनी का नेट प्रॉफिट मार्जिन 9.8 फीसदी पर रहा है. इसकी तुलना में कंपनी का सितंबर तिमाही में नेट प्रॉफिट मार्जिन 8.1 फीसदी और एक साल पहले की समान तिमाही में 10.8 फीसदी पर रहा था.