पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने बुधवार को अपने विधानसभा क्षेत्र भदौड़ (Bhadaur Constituency) का दौरा किया. इस दौरान उन्हें तीन जगहों पर विरोध का सामना करना पड़ा. वहीं उन्होंने बुजुर्गों के साथ ताश और युवाओं के साथ क्रिकेट खेलकर अपने ही अंदाज में मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की. साथ ही साथ सीएम चन्नी ने छोटी जनसभाओं को भी संबोधित किया. उनके विधानसभा क्षेत्र के एक गांव कोटधुन्ना में किसान संघ बीकेयू (उग्रहन) के सदस्यों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की. संयुक्त समाज मोर्च (SSM) के प्रत्याशी लखा सिधाना के समर्थक भाना सिद्धू भी वहां नारे लगाने के लिए मौजूद थे.
किसानों ने कपास की बर्बाद हुई फसल का मुआवजा लंबित रहने, बेरोजगारों को रोजगार, कृषि ऋण माफी और अन्य मुद्दों पर सवाल पूछे. विरोध के बीच सीएम चन्नी ने गांव से रवाना हो गए. इसके अलावा उन्हें भैनी छन्ना और फतेहगढ़ छन्ना गांवों में विरोध का सामना करना पड़ा. इन हिस्सों में किसान संघ मजबूत है.
हालांकि सीएम चन्नी गांव असपल खुर्द में युवाओं का क्रिकेट टूर्नामेंट देखने के लिए रुके और एक ओवर तक बल्लेबाजी भी की. ग्रामीणों ने कहा कि चन्नी ने युवाओं से उन्हें आउट करने के लिए कहा और 5,000 रुपए का इनाम देने का वादा किया. सीएम नॉट आउट रहे. वापस जाते समय, चन्नी एक बार फिर कोटधुन्ना गांव गए, जहां बुजुर्ग ताश खेल रहे थे और वह उनके साथ खेलने के लिए बैठे, जहां उन्होंने लोगों से वोट देने की अपील की.
सीएम चन्नी दो सीटों पर लड़ रहे हैं चुनाव
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को दो सीटों भदौड़ (आरक्षित) और चमकौर साहिब से उम्मीदवार बनाया है. भदौड़ से चन्नी को मैदान में उतारकर कांग्रेस की नजर राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मालवा क्षेत्र पर है, जहां दलितों की बहुतायत है. पार्टी ने इसके अलावा दोआबा क्षेत्र पर भी ध्यान केंद्रित किया है. भदौड़ से चन्नी को मैदान में उतारकर पार्टी को संगरूर-बरनाला बेल्ट में आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रभाव को भी कम करने की भी उम्मीद है. पंजाब में 31.94 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति (एससी) की है. चन्नी ने पिछले साल अमरिंदर सिंह की जगह ली. वह पंजाब में अनुसूचित जाति समुदाय से आने वाले प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री हैं.
पंजाब में 20 फरवरी को होगी वोटिंग
राहुल गांधी ने सीएम चन्नी को पंजाब चुनाव के लिए कांग्रेस का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था, जिसका समर्थन सिद्धू द्वारा भी किया गया था. चन्नी के नाम की घोषणा करने से पहले राहुल गांधी ने कहा था, ‘पंजाब के लोगों ने कहा कि हमें ऐसा मुख्यमंत्री चाहिए जो ‘गरीब घर’ से आया हो, जो गरीबी और भूख को समझता हो. यह कठिन फैसला था, लेकिन आपने (जनता ने) इसे आसान बना दिया.’ पंजाब विधानसभा की सभी 117 सीटों के लिए 20 फरवरी को मतदान होना हैय 10 मार्च को मतगणना होगी.
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