आज नर्मदा जयंती पर नर्मदापुरम (Narmada Puram) का नामकरण उत्सव मानाया जाएगा. प्राचीन नर्मदा मंदिर (Narmada Temple) में मां नर्मदा का जन्मोत्सव मनाया जाएगा.इसके लिए मां नर्मदा के जन्मोत्सव के लिए नर्मदापुरम सजकर तैयार है. मां रेवा के ऐतिहासिक सेठानी घाट को भव्य तौर पर सजाया गया है.सेठानी घाट (Sethani Ghat) के अलावा शहर के सभी तट रोशनी से जगमगा रहे हैं. नर्मदा तटों को दुल्हन की तरह सजाया गया है, साथ ही शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर भी साज-सज्जा की गई है. नर्मदा जयंती का मुख्य कार्यक्रम मंगलवार यानी कि आज शाम आयोजित किया जाएगा.
आज शाम को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी पत्नी साधना सिंह, मां नर्मदा जी का अभिषेक व पूजन, आरती करेंगे. इसके बाद नर्मदापुरम का नामकरण उत्सव मनाया जाएगा. इससे पहले सोमवार शाम को नर्मदापुरम कमिश्नर माल सिंह, DIG जेएस राजपूत, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, SP डॉ. गुरकरन सिंह सहित जिले के तमाम अधिकारियों ने सर्किट हाउस घाट से सेठानी घाट जलमार्ग पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया.नर्मदापुराम का नामकरण के मुख्य कार्यक्रम का लाइव प्रसारण 4 स्थानों पर बड़ी LED के माध्यम से होगा. जय स्तंभ चौक, इंदिरा चौक, पर्यटन घाट, सतरस्ता पर LED लगाई गई है.
सभी कार्यालय, स्कूलों में बदले जाएंगे नाम
नर्मदापुरम कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि होशंगाबाद का नाम अब नर्मदापुरम हो गया है. इस बारे में मप्र राजस्व विभाग द्वारा नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है. भारत सरकार के गृह मंत्रालय से प्राप्त अनापत्ति प्रमाण पत्र के अनुसरण पर राज्य शासन द्वारा होशंगाबाद जिले और नगर का नाम परिवर्तित कर तत्काल प्रभाव से ‘नर्मदापुरम’ किया गया है. सभी कार्यालयों और स्कूलों में इसका क्रियान्वयन होना शुरू हो गया है.
शाम को होगी महाआरती होगी
नर्मदा जयंती महोत्सव को लेकर CMO शैलेंद्र बड़ोनिया ने बताया कि मंगलवार सुबह 10.30 बजे प्राचीन नर्मदा मंदिर में मां नर्मदा का जन्मोत्सव मनाया जाएगा. दोपहर 3.30 बजे नर्मदा मंदिर, मोरछली चौक से सेठानी घाट तक शोभायात्रा निकाली जाएगी. शाम 6 बजे जलमंच से मुख्य अतिथि अभिषेक और महाआरती करेंगे. रात्रि 8 बजे से आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में नर्मदा पर केन्द्रित नृत्य नाटिका एवं भक्ति गायन आयोजित होगा.
केंद्र ने हाल ही में होशंगावाद का नाम बदलने की दी थी मंजूरी
केंद्र सरकार ने प्रदेश के होशंगाबाद जिले का नाम नर्मदापुरम करने की हाल ही मंजूरी दी है. केंद्र ने नर्मदापुरम जिले के बाबई कस्बे का नाम बदलकर प्रसिद्ध हिंदी कवि और पत्रकार माखनलाल चतुर्वेदी के नाम पर माखन नगर करने के लिए भी मंजूरी दी थी.
क्या कहता है इतिहास
प्रदेश सरकार की एक वेबसाइट के अनुसार होशंगाबाद का नाम मालवा के दूसरे राजा गोरी वंश के होशंगशाह के नाम पर पड़ा था.होशंगशाह ने इसे जीता था, इसका पुराना नाम नर्मदापुर था. हालांकि प्राचीन इतिहास में होशंगाबाद जिले का कोई उचित विवरण नहीं है. ऐतिहासिक अभिलेखों में सबसे पहले इसका नाम 1405 ईस्वी में सुल्तान होशंगशाह गोरी के शासनकाल के दौरान सामने आया। होशंगशाह ने होशंगाबाद के साथ दो अन्य जगहों हंडिया और जोगा में छोटे किले बनवाए.
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