मशहूर गायिका और भारत रत्न लता मंगेशकर का लंबे इलाज के बाद रविवार को 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. मुंबई के शिवाजी पार्क (Shivaji Park) में उनका अंतिम संस्कार अंतिम संस्कार किया गया. लता दीदी के भाई पंडित हृदयनाथ मंगेशकर ने मुखाग्नि दी. राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई. स्वर कोकिला के निधन के बाद से देश में शोक की लहर है. केंद्र सरकार ने 2 दिनों का राष्ट्रीय शोक (National mourning) का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भी उन्हें श्रद्धांजलि देने मुंबई गए थे. पीएम मोदी के अलावा देश-विदेश के कई दिग्गजों ने उनके निधन पर शोक जताया है. अब भारत रत्न से सम्मानित दिवंगत गायिका के सम्मान में केंद्र सरकार डाक टिकट जारी करने जा रही है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक कार्यक्रम में इसकी जानकारी दी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि देश ने अपनी आवाज खो दी है. लता मंगेशकर देश के लिए धरोहर से कम नहीं थीं. उन्हें वर्ष 2001 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से नवाजा गया था. आपको बता दें कि दूसरी ओर लता मंगेशकर के फैन्स और संगीत प्रेमियों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखा है. पत्र में मांग की गई है कि दिवंगत लता दीदी का अंतिम संस्कार दादर के जिस शिवाजी पार्क में हुआ, उसी स्थान पर उनका स्मारक बनवाया जाए.
शिवाजी पार्क में है बालासाहेब ठाकरे का स्मारक
शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे का स्मारक भी शिवाजी पार्क में ही स्थित है. बालासाहेब ठाकरे के बाद लता दीदी दूसरी हस्ती हैं, जिनका मुंबई के शिवाजी पार्क में अंतिम संस्कार संपन्न हुआ है. जिस जगह पर बालासाहेब ठाकरे का अंतिम संस्कार संपन्न हुआ था, उससे थोड़ी ही दूरी पर लता दीदी का भी अंतिम संस्कार हुआ है.
लता मंगेशकर 8 जनवरी को अस्पताल में कराया गया था भर्ती
लता मंगेशकर को 8 जनवरी के दिन कोरोना होने की वजह से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. 28 दिन वो अस्पताल में ही रहीं. उन्होंने कोरोना और न्यूमोनिया पर विजय पाई थी. लेकिन शरीर के कई अंगों के खराब हो जाने की वजह से आखिरकार 6 फरवरी को सुबह 8 बज कर 12 मिनट पर उनका निधन हो गया. शाम को उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए राजनीति, सिनेमा और खेल की बड़ी हस्तियां मुंबई के शिवाजी पार्क में मौजूद रहे.
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