बिलासपुर 6 फरवरी (वेदांत समाचार)। राज्य शासन ने एक आदेश जारी कर अधीक्षण अभियंता के पद से हाल ही में सेवानिवृत्त हुए रामस्वामी नायडू को मिनीमाता (हसदेव) बांगो परियोजना का मुख्य अभियंता का प्रभार सौंपा है। वे संभवत: सोमवार को पद ग्रहण करेंगे। हालांकि शासन के इस आदेश को लेकर जल संसाधन विभाग में चर्चा है। अधिकारियों का कहना है कि अधिकारियों की कतार होने के बाद भी संविदा आधार पर नियुक्ति समझ से परे है। जल संसाधन विभाग के अवर सचिव प्रेम सिंह घरेंद्र ने तीन फरवरी को यह आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि रामस्वमी नायडू की नियुक्ति संविदा आधार पर एक साल के लिए की गई है।
हालांकि बाद में यह अवधि बढ़ाई जा सकती है। उन्हें शासन की ओर से एकमुश्त राशि वेतन के रूप में दी जाएगी। नायडू जल संसाधन विभाग बिलासपुर में ही हाल ही में अधीक्षण अभियंता के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। इसके एक माह बाद ही शासन ने आदेश जारी कर अधीक्षण अभियंता से सीधे मुख अभियंता का प्रभार सौंप दिया है। इसे लेकर विभागीय अधिकारी और कर्मचारियों में तरह-तरह की चर्चा है।
लोगों का कहना है कि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की फेहरिस्त है। इसके बाद भी सेवानिवृत्त अधिकारी को संविदा में नियुक्त करना समझ से परे है। इधर, शासन की मंशा है कि रामस्वामी अनुभवी हैं। मिनीमाता (हसदेव) बांगो जैसी बड़ी परियोजना की जिम्मेदारी अनुभवी अधिकारी को सौंपने से लाभ मिलेगा। बताया जा रहा है कि रामस्वामी नायडू सोमवार को मिनीमाता (हसदेव) बांगो परियोजना का मुख्य अभियंता का पदभार ग्रहण कर सकते हैं।
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