सब्सिडरी कंपनियों के कारोबार पर अगले 5 साल में 1.17 लाख करोड़ रुपये का खर्च करेगी भारती एयरटेल

देश की दिग्गज और दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल (Bharti Airtel) ने अपनी सब्सिडरी कंपनियों के साथ बिजनेस करने के लिए अगले पांच साल में 1.17 लाख करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई है. शेयर बाजारों (Share Market) को दी गई जानकारी में भारती एयरटेल ने कहा कि वह अपनी सब्सिडरी कंपनियों- इंडस टावर्स, नेक्सट्रा और भारती हेक्साकॉम के साथ कारोबारी लेनदेन में यह राशि खर्च करेगा. भारत एयरटेल 26 फरवरी को अपने सदस्यों के साथ असाधारण आम बैठक (EGM) करने जा रहा है. इस बैठक में गूगल द्वारा करीब 7,500 करोड़ रुपये में कंपनी की 1.28 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए शेयर जारी करने के प्रस्ताव पर मंजूरी ली जाएगी.

इंडस टावर्स के साथ कारोबार पर 88,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी भारती एयरटेल

सुनील भारती मित्तल की कंपनी भारती एयरटेल की ओर से जारी किए गए ईजीएम नोटिस के अनुसार, वह मोबाइल टावर कंपनी इंडस टावर्स के साथ कारोबार पर 88,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी. इसके अलावा भारती एयरटेल, नेक्सट्रा की डाटासेंटर सेवाएं लेने के लिए 15,000 करोड़ रुपये और भारती हेक्साकॉम के साथ लेनदेन पर 14,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी.

वर्ष 2025-26 में 20 हजार करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य

सूचना में कहा गया है कि भारती एयरटेल अगले चार वित्त वर्षों के दौरान इंडस टावर्स के साथ प्रत्येक साल लेनदेन पर 17,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी. इसके अलावा वह 2025-26 में 20,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी. कंपनी ने कहा है कि 5जी मोबाइल सेवाओं के लिए उसे ढांचागत सुविधाओं का विस्तार करने की जरूरत होगी. इसलिए उसने 2025-26 में 20,000 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा है.

भारती एयरटेल के ग्राहकों की संख्या में हुआ था इजाफा

पिछले महीने ट्राई द्वारा जारी किए गए टेलीकॉम ग्राहकों के आंकड़े में बताया गया था कि भारती एयरटेल के कनेक्शनों की संख्या में बढ़ोतरी हुई थी. ट्राई ने कहा था कि नवंबर, 2021 तक देश में कुल मोबाइल ग्राहकों की संख्या बढ़कर 116.75 करोड़ हो गई है. पिछले साल नवंबर महीने में भारती एयरटेल को 13,18,251 नए मोबाइल ग्राहक मिले थे, जिसके बाद कंपनी के कुल ग्राहकों की संख्या 35.52 करोड़ हो गई थी. बताते चलें कि साल 2021 के अक्टूबर महीने के अंत तक देशभर में कुल मोबाइल ग्राहकों की संख्या 116.63 करोड़ थी.