झारखंड (Jharkhand) की राजधानी रांची (Ranchi) में धुर्वा थाने की पुलिस ने CISF में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी (Fraud) करने वाले रैकेट का खुलासा किया है. इस दौरान पुलिस ने रैकेट चलाने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं, 1 शख्स को पुलिस ने धुर्वा से पकड़ा जबकि दूसरे को पुंदाग से. हालांकि इस मामले में पकड़े गए आरोपियों में गोड्डा के रहने वाले प्रेम कुमार मंडल और बिहार के कैमूर के संतोष कुमार रजक शामिल हैं. जिनके पास से CISF की फर्जी मुहर, वर्दी, युवकों का शैक्षणिक प्रमाण पत्र और बहाली से जुड़े फर्जी दस्तावेज बरामद किए.
दरअसल, इस मामले में पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने गिरोह के सदस्यों के नामों का भी खुलासा किया है. वहीं, इस मामले में उत्तराखंड के चम्पावत के रहने वाले सचिन सिंह ने ठगी का मामला दर्ज कराया था. इस दौरान सचिन की शिकायत पर ठगों की तलाश करते हुए पुलिस धुर्वा के डीटी क्वार्टर एरिया स्थित फर्जी क्वारंटाइन सेंटर (Fake Quarantine) पहुंची. जहां से अन्य राज्यों से आए युवकों को ठगों ने यहीं रखा था. वहीं, पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में युवकों ने पुलिस को बताया कि वे CISF में बहाली के लिए रांची आए हैं.
ठगों ने कई राज्यों में बहाल कर रखे थे एजेंट
वहीं, पुलिस ने दोनों आरोपियों से की पूछताछ के बाद पुलिस ने ठगों को गिरफ्तार करने का जाल बिछाया. जहां पर पुलिस ने बताया कि उनका एक साथी गिर गया है और उसका सिर फट गया है. इसे डॉक्टर के पास ले जाना जरूरी है। तब ठग ने उस युवक से कहा कि जिसका सिर फटा है, उसे वीडियो पर दिखाएं। एक युवक को पट्टी बांधकर वीडियो कॉल पर दिखाया गया. इसके बाद प्रेम वहां पहुंचाय ऐसे में सादी वर्दी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे उसी समय दबोच लिया. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसके साथी संतोष को भी गिरफ्तार किया. हालांकि पुलिस की पूछताछ में बताया कि दूसरे प्रदेशों से आए 14 युवाओं से ठगों ने CISF में नौकरी दिलाने के नाम पर 42 लाख रुपए वसूले थे.
कई प्रदेशों के युवकों नौकरी का झांसा देकर बनाया ठगी का शिकार
गौरतलब है कि CISF के नाम पर ठगी के आरोपियों ने धुर्वा का डीटी क्वार्टर भाड़े पर ले रखा था. उस कमरे में उसने बेड व अन्य दवाइयां रखकर क्वारंटाइन सेंटर बना दिया था. ऐसे में जब धुर्वा पुलिस पीड़ित सचिन के साथ कोरंटाइन सेंटर पहुंची तो वहां पर विभिन्न राज्यों से आए14 नौजवान मिले. ये सभी नौजवान पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड आदि के निवासी थे. हालांकि सभी को पुलिस अपने साथ थाने ले आई. फिलहाल उनका भी बयान दर्ज किया गया. हालांकि इन ठगों ने इन युवाओं से 42 लाख रुपए लिए थे. सभी से कहा गया था कि मेडिकल जांच के बाद उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जाएगा.
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