कोरबा/कटघोरा 4 फरवरी 2022 : प्रतिबंध के बाद भी क्षेत्र में बिक रही अवैध कच्ची शराब समाज में कानून व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगा रही है। क्षेत्र में खुलेआम हो रही अवैध शराब की बिक्री से जहां गांवों का माहौल खराब हो रहा है, वहीं युवा पीढ़ी भी नशे की आदी होती जा रही है।
कटघोरा थानांतर्गत ग्राम पंचायत जेन्जरा के आश्रित ग्राम पतरापाली जोकि क्षेत्र में महुआ शराब बनाने व बेचने के लिए प्रसिद्ध है। आज सुबह 10 बजे आबकारी विभाग की टीम पतरापाली में कार्यवाही के लिए पहुंची जहां उनके द्वारा एक दो जगह छापामार कार्यवाही करते हुए महुआ शराब को जप्त किया गया। इस कार्यवाही को लेकर गांव में जानकारी होने के बाद गाँव की कम से कम 60 से 70 महिलाएं आबकारी विभाग की टीम को घेर लिया। और काफी हंगामा किया गया। जब आबकारी की टीम को महिलाओं की संख्या और हंगामा को देख खतरे का अंदेशा हुआ तो उनके द्वारा कटघोरा पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर थाना द्वारा 112 को भेजा गया जहां स्थिति की गंभीरता को देखते हुए 112 के जवानों ने कटघोरा थाना प्रभारी नवीन देवांगन को वस्तुस्थिति से अवगत कराया। जिस पर तत्काल थाना प्रभारी नवीन देवांगन अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जहां बिगड़ती स्थिति को संभाल आबकारी टीम को सुरक्षित वहां से रवाना किया।
गाँव में लगभग सभी घरों में बिकती है कच्ची महुआ शराब
बतादें के ग्राम पंचायत जेन्जरा के आश्रित ग्राम पतरापाली में दो चार घरों को छोड़ लगभग सभी घरों में महुआ कच्ची शराब बेची और बनाई जाती है। इतने बड़े अवैध कारोबार पर कार्यवाही करना भी प्रशासन के लिए एक चुनौती साबित हो रहा है। वजह है गाँव में एकजुटता, यदि पुलिस या आबकारी विभाग की टीम इस गाँव में कार्यवाही करने पहुंचती है तो गाँव के सभी एकजुट होकर कार्यवाही करने वाली टीम को घेर लेतें है और हँगामा शुरू कर देतें है। जिस पर टीम को मायूस होकर लौटना पडता है। पतरापाली गाँव में आसपास के मदिरा प्रेमी दिन से लेकर शाम रात तक इस गाँव में आनाजाना करते हैं। मुख्य मार्ग करीब होने के कारण शराब के नशे में निकले लोग दुर्घटना का शिकार भी हो जातें हैं। हाल फिलहाल की बात करें तो कुछ दिनों पूर्व ही पतरापाली से निकले तीन युवको की दुर्घटना में मौत हो गई थी। ये सभी युवक पतरापाली से शराब पीकर वापस लौट रहे थे।
कटघोरा ब्लाक के ग्राम पंचायत जेन्जरा के पतरापाली में जहां अवैध शराब की बे-रोकटोक बिक्री जारी है। यहां मदिरा प्रेमियों को गांव में बिना कोई मशक्कत किये ही शराब उपलब्ध हो जा रही है। अवैध रूप से गांव-गांव में संचालित हो रही अवैध शराब की बिक्री से गांवों का माहौल दूषित हो रहा है। क्षेत्र में शराब के कारण दिनों-दिन अपराधों में वृद्घि हो रही है। साथ ही आसानी से शराब उपलब्ध हो जाने से ग्रामीण व युवा वर्ग शराब की लत में जकड़ता जा रहा है। पतरापाली में जगह-जगह महुआ शराब बिक रही है। गांव में आसानी से कच्ची महुआ शराब मिलने से नाबालिक बच्चे भी नशे के आदि हो रहे हैं। यहां शराब के नशे में आयदिन गली मोहल्ले में लड़ाई झगड़ा आम बात होने लगा है। शाम होते ही गांव अंदर कच्ची महुआ शराब के शौकीन जमकर लुफ्त उठाते है।
ऐसा भी नहीं है कि अवैध शराब के कारोबार की जानकारी जिले के आबकारी विभाग और पुलिस प्रशासन को न हो, लेकिन जानकारी के बाबजूद भी अवैध शराब की बिक्री पर लगाम न लगने से विभाग की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में खड़ी होती दिखाई दे रही है।
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