CG CRIME : 2 लाख में बड़ी मां ने बेचा नाबालिक बेटी को, फिर शादी करवाने वाले पंडित ने किया बलात्कार, पांच आरोपी गिरफ्तार

बिलासपुर 28 जनवरी (वेदांत समाचार)। बिलासपुर में मानव तस्करी का बड़ा रैकेट खुला है। जिसमे नाबालिक को बेचने वाली उसकी बड़ी माँ, शादी करवाने वाले पंडित समेत गैंग के 5 आरोपियो को पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं। आरोपी पंडित ने भी नाबालिक का शोषण किया था। मामले में मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली 14 वर्षीय नाबालिक घर से गायब हो गयी थी। नाबालिक की माता ने 17 नवंबर को मामले की शिकायत थाना कोतवाली में की। नाबालिक की माता ने अपनी जेठानी ज्योति गुप्ता पर ही अपनी नाबालिक बेटी को गायब करने की आशंका व्यक्त की ।

नाबालिक की माता ने बच्ची के गायब होने पर उसे तलाश करने के लिये आईजी रतन लाल डाँगी व एसएसपी पारुल माथुर से मिली कर गुहार लगाई थी। जिसके बाद उच्चाधिकारियों ने कोतवाली सीएसपी स्नेहिल साहू को मामले को खुद सुपरविजन करने के निर्देश दिए। जिसके बाद सीएसपी कोतवाली स्नेहिल साहू ने परिजनों से बात चीत कर नाबालिक की पता तलाश शुरू की। जिसमे पता चला कि नाबालिक की बडी माँ ज्योति गुप्ता का मायके कोरबा हैं। ज्योति की कोई संतान नही थी। सीएसपी कोतवाली ने नाबालिक की तलाश में कोरबा में टीम भेजी पर वहां कोई सुराग नही मिला जिसके बाद तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांजगीर भी टीम भेजी गई।

पुलिस नाबालिक का सुराग जुटाने के लिये जुटी हुई थी,तभी उन्हें ज्योति गुप्ता का लोकेशन थोड़ी देर के लिये नागपुर में मिला जिसके बाद मोबाइल बंद हो गया। जिसकी सूचना मिलने पर एसएसपी माथुर के निर्देश पर कोतवाली सीएसपी स्नेहिल साहू ने टीम नागपुर भेजी। यहां से प्रकरण के सह आरोपी रुकसार खान व आकाश सिरवाते को पकड़ा। जिनसे पूछताछ में पता चला कि ज्योति गुप्ता व नाबालिक जब नागपुर बस स्टैंड में उतरे तो उन्हें ऑटो चालक नीरज चापले मिला,नीरज ने उन्हें काम दिलवाने का झांसा दिया। इसके बाद नीरज ने रुकसार खान व आकाश सिरवाते के साथ मिलकर दोनों को घरेलू काम में लगवा दिया। जहां कुछ दिन काम करने के बाद ज्योति गुप्ता ने दूसरी शादी करने की इच्छा जतायी। रुकसार व आकाश सिरवाते दोनों ने मिलकर ज्योति की दूसरी शादी अजमेर के पंडित नँद किशोर शर्मा के माध्यम से गोविंद जाट नाम के व्यक्ति से करवा दी। इसके लिये ज्योति का फर्जी आधार कार्ड भी तीनो आरोपियो ने मिल कर बनवाया।

अपनी शादी के कुछ दिनों बाद पैसो के लालच में आ कर ज्योति गुप्ता ने अपनी नाबालिक भतीजी को भी दो लाख रुपये लेकर शादी के लिये बेच दिया। इसके लिये पंडित ने फिर से अजमेर के एक रतन प्रजापति नाम के आसामी की तलाश की । नाबालिग लड़की की शादी अजमेर में रतन से करवा दी गयी। पंडित ने नाबालिक लड़की का भी नकली आधार कार्ड बनवाया। जिसके लिये पंडित को भी मोटी रकम मिली।

पुलिस ने नागपुर व अजमेर से प्रकरण के पांच आरोपियो को गिरफ्तार कर नाबालिक को बरामद किया है। वही नाबालिक से शादी करने वाला आरोपी रतन प्रजापति फरार हैं।

गहने बेच कर की बस की सवारी

नाबालिक को पढ़ने में मन नहीं लगता था जिसके कारण उसके माता पिता उसे डांटते थे। नाबालिक के पिता निजी ट्रेवल्स कम्पनी में कर्मचारी हैं। नाबालिक की बड़ी ममी ज्योति गुप्ता के द्वारा नाबालिक को बहलाया फुसलाया गया कि मेरे साथ चलो,तुम्हे कोई काम नही करना होगा। जिसके बाद नाबालिक को लेकर ज्योति गुप्ता रायपुर पहुँची। यहां से वो फरार होने के लिये जो भी ट्रेन मिला उसमे बैठ गए। टीटी ने उन्हें बिना टिकट के देख कर डोंगरगढ़ में उतार दिया। जिसके बाद टिकट के लिये पैसे जुटाने हेतु ज्योति ने अपने गहने डोंगरगढ़ में बेच दिए। और मिले पैसो से टिकट लेकर बस से नागपुर पहुँचे।

फर्जी आधार कार्ड बनवा मोटी रकम ले कर करवाई शादी

पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने प्रकरण का खुलासा करते हुए बताया कि प्रकरण की आरोपिया रुकसार नागपुर की रहने वाली हैं। उसकी शादी राजस्थान के अजमेर में हुई थी। उसका पति उसे प्रताड़ित करता था और उसे जला कर मारने की कोशिश भी की थी। जिसके बाद रुकसार नागपुर आ गयी थी। यहां उसने ऑटो चालक नीरज चापले व आकाश सिरवाते के साथ मिल कर ज्योति गुप्ता व नाबालिक का फर्जी आधार कार्ड बनवाया। और दोनो को अजमेर ले जा कर पंडित नंद किशोर शर्मा के माध्यम से ज्योति गुप्ता की शादी गोविंद जाट नाम के व्यक्ति से करवा दी। ज्योति ने यहां अपने पति से तलाक नही लिया था और दूसरी शादी करना चाहती थी।

शादी से पहले खुद किया नाबालिक का शोषण

नाबालिक की भी शादी पंडित ने रतन प्रजापति नाम के व्यक्ति से करवा दी। दो शादी करवाने के लिये पंडित को तीन लाख रुपये से अधिक की रकम मिली थी। ज्योति गुप्ता को भी नाबालिक को बेचने के लिये दो लाख मिले थे। पंडित नंद किशोर शर्मा ने भी नाबालिक के शादी करवाने से पहले उसका दैहिक शोषण किया था।

एसएसपी ने की 5 हजार ईनाम की घोषणा

प्रकरण की समीक्षा लगातार आईजी रतन लाल डाँगी व एसएसपी पारुल माथुर कर रहे थे। दोनो अधिकारियो ने जांच टीम को लीड कर रहीं सीएसपी स्नेहिल साहू को लगातार मामले की समीक्षा कर नाबालिक की बरामदगी हेतु मार्गदर्शन व दिशा निर्देश प्रदान किये थे। जिसके बाद प्रकरण के आरोपी ऑटो चालक नीरज चापले, उसके साथी आकाश सिरवाते व रुकसार खान की गिरफ्तारी नागपुर से उप निरीक्षक मनीष कांत,सागर पाठक की टीम ने जा कर किया वही ज्योति गुप्ता व पंडित नंद किशोर शर्मा की अजमेर से गिरफ्तारी की गई। प्रकरण को सुलझने पर टीम में शामिल शीतल सिदार,उपनिरीक्षक मनीष कांत,सागर पाठक, मनोज नायक प्रधान आरक्षक विष्णु साहू,आरक्षक धमेंद्र साहू अजय शर्मा, सुनीता मंडावी,कमलेश सूर्यवंशी के लिए एसएसपी पारुल माथुर ने 5 हजार ईनाम की घोषणा की हैं।

गिरफ्तार आरोपी

ज्योति गुप्ता पति रानू गुप्ता 35 वर्ष, जूना बिलासपुर बिलासपुर, रुकसार खान पिता सहादत खान उम्र 24 वर्ष नागपुर,आकाश सिरवाते 30 वर्ष पिता सिरवाते नागपुर,नंद किशोर शर्मा उर्फ पंडित पिता ईश्वर शर्मा उम्र 30 वर्ष,नीरज चापले पिता प्रकाश चापले, 30 वर्ष नागपुर