कोरबा 28 जनवरी (वेदांत समाचार)। ज़िलें के कोरबा वनमंडल कर तहत आने वाले कुछ एरिया में वन विभाग की अनदेखी के कारण पेड़ों की अवैध कटाई धड़ाधड़ की जा रही है। मामला सुर्खियों में आने के बाद वन विभाग अपने फर्ज की इतिश्री करने के लिए डैमेज रिपोर्ट काटने का काम करता है। पर्यावरण प्रेमियों ने वन विभाग के इस कदम पर गहरा रोष जताया है। उनकी माग है कि बिना परमिट के पेड़ काटने वाले किसान तथा लापरवाही बरतने वाले वन कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
जानकारी के अनुसार उरगा से कुदुरमाल मार्ग में ग्राम भाठापारा के मुख्य सड़क से लगी जमीन पर मौजूद वर्षों पुराने फलदार और इमारती महत्व के वृक्षों को बिना अनुमति काट दिया गया है। इन वृक्षों को बिना अनुमति काटने की बात सामने आ रही है और इन्हें अब ढोने की तैयारी है।
इस क्षेत्र के रेंजर को सब पता है और उसके संरक्षण में इस तरह का कार्य बिना अनुमति के किये जाने की बात सूत्रों से सामने आई है। यदि रेंजर की सांठगांठ नहीं है, तब भी हरे-भरे फलदार और इमारती वृक्षों को बिना अनुमति क्यों काटा गया है। रेंजर ने इसे न रोका और न जप्ती किया है जबकि वह मौके से कई बार जा कर आ चुका है, ऐसा स्थानीय ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है। बता दें कि सिर्फ यहीं नहीं बल्कि और क्षेत्र में अवैध कटाई हो रही है। इस मामले में कोरबा डीएफओ श्रीमती प्रियंका पांडेय को अवगत कराने व कार्यवाही हेतु संपर्क करने का प्रयास किया गया किन्तु उन्होंने फोन नहीं उठाया।
[metaslider id="347522"]