मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) जिले में पुलिस ने एक महिला की लिखित शिकायत के आधार पर एक शख्स पर जबरन धर्मांतरण (Conversion) करवाने और फिरौती का मामला दर्ज कर लिया है. वहीं, इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग पिछले 10 दिन पहले ही आसिफ शेख और साक्षी जैन (25) को बजरंग दल के सदस्यों ने तब ट्रेन से उतारकर उज्जैन रेलवे स्टेशन की पुलिस को सौंप दिया था. जब दोनों एक साथ जयपुर के लिए जा रहे थे और शख्स पर धर्मांतरण का आरोप लगाया गया था.
दरअसल, खबर के मुताबिक उज्जैन GRP की एसपी ने बताया कि तब कहा था कि शेख और महिला पारिवारिक मित्र थे और एक-दूसरे को सालों से जानते थे. वे दो सहमत रूप से व्यस्क थे और कोई अपराध नहीं था, (इसलिए) उन्हें जाने दिया गया. हालांकि उनके माता-पिता के आने तक उन्हें थाने में बैठाया गया. उन्होंने बताया कि उन दोनों युवक और युवती के लिखित बयान दर्ज होने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया. फिलहाल सोशल मीडिया पर इस घटना का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें खुद को बजरंद दल का सदस्य बताने वाले 2 लोग शेख को ट्रेन के कोच से घसीटकर बाहर ला रहे थे जबकि महिला उनके पीछे चल रही थी.
घटना की वीडियो सोशल मीडिया में हुआ वायरल
मुस्लिम लड़का और गैर मुस्लिम लड़की MP उज्जैन से ट्रेन में जा रहे थे, हिंदू संगठन वालों को खबर लगी तो वहाँ पहुँचकर लड़के को पीटते हुए थाने ले गए, जाँच के बाद पुलिस ने बताया कि लड़का और लड़की दोनों शादीशुदा हैं, दोनों में पारिवारिक संबंध भी है, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें जाने दिया…
महिला ने बजरग दल के कार्यककर्ताओं पर लगाया आरोप
वहीं, पुलिस थाने के एक वीडियो में महिला बजरंग दल के लोगों पर चिल्लाते हुए कहती हैं कि तुम्हारी एक गलती की वजह से मेरी पूरी जिंदगी बर्बाद कर सकती है. मैं एक बालिग हूं और स्कूल में शिक्षक हूं, मैं बच्चों को पढ़ाती हूं.
बीते 24 जनवरी को दर्ज हुई थी FIR
बता दें कि बीते 24 जनवरी को इंदौर के महू थाने में आसिफ के खिलाफ फिरौती और जबरन धर्म परिवर्तन के प्रयास के आरोप में एक FIR दर्ज की गई थी. इस दौरान थाना प्रभारी ने बताया कि उस दिन जैन द्वारा एक लिखित आवेदन के आधार पर शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें कहा गया था कि आसिफ उनके पति का दोस्त है और उसने कथित तौर पर आपत्तिजनक तस्वीरें क्लिक की थीं और उनका इस्तेमाल उसे ब्लैकमेल करने और पैसे की मांग करने के लिए कर रहा था.
आरोपी युवक को जारी किया नोटिस- पुलिस अधिकारी
गौरतलब हैं कि पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा उसने यह भी आरोप लगाया कि आसिफ इन तस्वीरों का इस्तेमाल उस पर शादी के लिए दबाव बनाने के लिए कर रहा है. हालांकि, पुलिस अधिकारी ने कहा कि जैन का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किया गया जबकि आसिफ को नोटिस जारी किया गया. वह पुलिस स्टेशन आए और फिर उन्हें जेल भेज दिया गया.