शहर की स्वच्छता एवं साफ-सफाई कार्यो के प्रति उदासीनता क्षम्य नहीं – आयुक्त

कोरबा 25 जनवरी (वेदांत समाचार)। आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने निगम के अधिकारियों से स्पष्ट रूप से कहा है कि शहर की स्वच्छता एवं साफ-सफाई कार्यो के प्रति उदासीनता क्षम्य नहीं होगी, अतः सफाई व्यवस्था में सुधार लाते हुए पूरी सजगता के साथ स्वच्छता कार्यो का संपादन कराएं, समय पर सफाई कार्य हों, सफाई के दौरान संग्रहित कचरे का त्वरित उठाव, परिवहन व उचित प्रबंधन हों, यह अंतिम रूप से सुनिश्चित करें। उन्होने समय पर सफाई कार्य न होने पर संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाई तथा व्यवस्था सुधारने के कडे़ निर्देश दिए।


      आज आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने निगम के जोन कमिश्नरों व स्वच्छता विभाग के अधिकारियों के साथ शहर का दौरा किया। उन्होने शहर के विभिन्न स्थानों में साफ-सफाई कार्यो का सघन रूप से निरीक्षण करते हुए बेहतर साफ-सफाई हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान आयुक्त पाण्डेय ने बुधवारी, घंटाघर, निहारिका क्षेत्र, कोसाबाड़ी क्षेत्र, टी.पी.नगर, कोरबा शहर सहित अन्य विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया, बुधवारी बाजार में भ्रमण के दौरान समय पर सफाई कार्य परिलक्षित न होने व कचरे का उठाव में देरी होने को गंभीरता से लेते हुए उन्होने संबंधित स्वच्छता निरीक्षक को कड़ी फटकार लगाई। आयुक्त श्री पाण्डेय ने निगम अधिकारियों से स्पष्ट रूप से कहा कि साफ-सफाई कार्यो में लापरवाही न बरती जाए, निर्धारित प्रतिमानों के अनुरूप स्वच्छता कार्य हों, संग्रहित कचरे का तुरंत उठाव किया जाए, स्थल पर ज्यादा समय तक कचरा पड़ा न रहे, यह सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि मेरे द्वारा निरंतर शहर का दौरा कर शहर की सफाई पर विशेष नजर रखी जाएगी, अतः सजग रहे, सतर्क रहे तथा सफाई कार्यो का संपादन पूरी तत्परता के साथ कराएं।


डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण कार्य को बेहतर करें- 

आयुक्त पाण्डेय ने निगम के स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण कार्य को बेहतर स्वरूप में संपादित कराएं, कार्य को और अधिक विस्तार दें तथा यह सुनिश्चित करें कि शत प्रतिशत घरों से कचरा संग्रहित हों। उन्होने कहा कि घरों, दुकानों, प्रतिष्ठानों से निकलने वाला सूखा एवं गीला कचरा पृथक-पृथक डस्टबिन में संग्रहित हों तथा डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण के दौरान गीले व सूखे कचरे को पृथक-पृथक रूप से स्वच्छता वाहन या रिक्शे में दिया जाए, इस हेतु आमलोगों को समझाईश देें, उन्हें इस हेतु प्रेरित व जागरूक करें।


एस.एल.आर.एम.सेंटर का निरीक्षण-

 आयुक्त पाण्डेय ने गौमाता चौक स्थित एस.एल.आर.एम.सेंटर का निरीक्षण किया, सेंटर में कार्यरत स्वच्छता दीदियों से चर्चा की, सेंटर की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया, कचरे के पृथकीकरण व अपशिष्ट के प्रबंधन संबंधी कार्यो का जायजा लिया तथा बेहतर व्यवस्थाओं के संबंध में अधिकारियों का मार्गदर्शन किया। आयुक्त पाण्डेय ने स्वच्छता दीदियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि वे डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण के दौरान लोगों से यह आग्रह करें कि वे अपने घरों में सूखा व गीला कचरे के लिए पृथक-पृथक डस्टबिन रखें तथा सूखा व गीला कचरा अलग-अलग ही रिक्श्े में दें ताकि कचरे का स्त्रोतपृथकीकरण सुनिश्चित किया जा सके। इस दौरान आयुक्त पाण्डेय ने एस.एल.आर.एम.सेंटरों में पानी, बिजली सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया, व्यवस्थाओं को तत्काल दुरूस्त करने एवं स्वच्छता दीदियों को कार्य के दौरान निर्धारित डेªस पहनने, मास्क, ग्लब्स, मोजे व अन्य आवश्यक सुरक्षा उपकरण का उपयोग किए जाने के निर्देश भी दिए।


गोठानों की व्यवस्थाएं दुरूस्त करें-

 भ्रमण के दौरान आयुक्त पाण्डेय ने निगम के गोकुलनगर गोठान व पम्प हाउस पन्द्रह ब्लाक स्थित गोठान का निरीक्षण किया, वहांॅ की व्यवस्थाओं को देखा, गोठान में गोबर की खरीदी एवं वर्मी कम्पोस्ट निर्माण की कार्यप्रगति की विस्तार से जानकारी लेेते हुए कम्पोस्ट निर्माण कार्य में तेजी लाने व निर्मित कम्पोस्ट की बिक्री सुनिश्चित कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए।  उन्होने गोठान की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त करने तथा पानी, बिजली व स्वच्छता संबंधी व्यवस्थाएं  अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करने को कहा। उन्होने गोठान में गोबर बेचने आए हुए पशुपालकों से चर्चा की तथा उनका उत्साहवर्धन किया।


बरबसपुर डम्पिंग यार्ड का निरीक्षण- 

आयुक्त पाण्डेय ने निगम के बरबसपुर स्थित डम्पिंग यार्ड का निरीक्षण किया। उन्होने लेेगेसी वेस्ट के निपटान व उसके प्रबंधन के संबंध में निगम द्वारा पूर्व में बनाई गई कार्ययोजना पर अमल करते हुए पुनः निविदा आदि की कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। आयुक्त पाण्डेय ने निगम क्षेत्र में कम से कम तीन अपशिष्ट निपटान केन्द्र विकसित करने व कम्पोस्ट यूनिट बनाए जाने की कार्ययोजना तैयार करने के संबंध मंे भी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।


           भ्रमण के दौरान गोधन न्याय योजना के नोडल अधिकारी एम.एन.सरकार, जोन कमिश्नर आर.के.माहेश्वरी, अखिलेश शुक्ला व विनोद शांडिल्य, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय तिवारी व सुनील वर्मा, सहायक अभियंता डी.सी.सोनकर, लीलाधर पटेल, एच.आर.बघेल, विनोद गोंड़, गोयल सिंह विमल, अश्वनी दास, स्वच्छता पर्यवेक्षक गिरवर विश्वकर्मा, पी.आई.यू. शिल्पा राठौर आदि के साथ अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।