पर्यटन को प्रमोट करने और उसे प्रोत्साहन देने के लिए हर साल 25 जनवरी को नेशनल टूरिज्म डे (National Tourism Day) मनाया जाता है. इस बार नेशनल टूरिज्म डे के अवसर पर, एण्डटीवी की कलाकार हिमानी शिवपुरी (Himani Shivpuri) ऊर्फ ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ (Happu Ki Ultan Paltan) की कटोरी अम्मा और श्रावणी गोस्वामी ऊर्फ ‘बाल शिव‘ की प्रसूति ने अपने छत्तीसगढ़ (Chattisgarh) ट्रिप के बारे में बात की. क्योंकि उनका मानना हैं की सारे सेलिब्रेटिज विदेश जाना नहीं पसंद करते कुछ ऐसे एक्टर्स भी हैं जिन्हे अपने देश की गलियों में घूमना और सीखना अच्छा लगता है.
पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं भारत के राज्य
खास बातचीत में हिमानी शिवपुरी और श्रावणी गोस्वामी (Shravani Goswami) ने छत्तीसगढ़ के अपने पसंदीदा और जरूर देखने लायक स्थानों के बारे में बताया. उनका कहना है कि अपनी कैलाश कुटुमसर गुफाओं के लिए मशहूर छत्तीसगढ़ में कई ऐतिहासिक इमारतें और खूबसूरत झरने हैं. हिमानी शिवपुरी ऊर्फ ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कटोरी अम्मा ने कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है, जहां पर दुनिया भर के पर्यटकों के लिए कुछ न कुछ जरूर है. बिलासपुर जिले में स्थित एक छोटा सा आईलैंड मदकू द्वीप छत्तीसगढ़ में मेरा एक पसंदीदा स्थान है.”
जानिए क्या हैं हिमानी शिवपुरी का कहना
इस आइलैंड के बारे में बात करते हुए हिमानी शिवपुरी कहती हैं कि ये द्वीप मंदिरों से भरा है और इसके चारों ओर हरी-भरी वादियां हैं. मुझे याद है कि बचपन में अपने परिवार के साथ मैं पौष पूर्णिमा के महीने में सात दिनों के लिए वहां गई थी. मेले के दौरान वहां पर रहने का अनुभव अद्भुत है और हर व्यक्ति को जीवन में कम से कम एक बार तो यह अनुभव करना ही चाहिए. बस्तर मेरी एक और पसंदीदा जगह है. यहां पर बेहद खूबसूरत हैंडीक्राॅफ्ट्स मिलते हैं और मेरा घर उन हैंडीक्राॅफ्ट्स से भरा पड़ा है. बस्तर में तीरथगढ़ फाॅल्स और बस्तर पैलेस जाना मुझे अच्छा लगता है.
छत्तीसगढ़ में ही हुआ था श्रावणी का जन्म
श्रावणी गोस्वामी ऊर्फ ‘बाल शिव‘ की प्रसूति कहती हैं कि, ”मेरा जन्म छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुआ है. हालांकि, थोड़े दिनों बाद ही हम वहां से चले गए थे, लेकिन मुझे आज भी वहां से एक खास लगाव महसूस होता है. मैं अक्सर अपने रिश्तेदारों के पास वहां जाती रहती हूं और बहुत घूमी हूं. मुझे यह देखकर बहुत अच्छा लगता है कि एक स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित होने के बावजूद इस जगह ने अपनी कला और शिल्प को बेहद खूबसूरती के साथ बचा कर रखा है.”
श्रावणी आगे कहती हैं कि स्थानीय कलाकारों द्वारा बांस से बनाये गये सामान मुझे बहुत पसंद हैं और मैं जब भी वहां जाती हूं उन्हें खरीद कर जरूर लाती हूं. यदि आपको कभी रायपुर जाने का मौका मिले, तो सूर्यास्त के समय नया रायपुर सेंट्रल पार्क और मानसून के दौरान घटारानी वॉटरफॉल जरूर देखें.
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