बिलासपुर 22 जनवरी (वेदांत समाचार)। जिले के पर्यटन क्षेत्र के रूप में बढ़ावा देने की बात हर हमेशा कही जाती है लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के कारण उपेक्षित है। झोझा जल प्रपात पहुंचने के लिए आजर्पंत सड़क तक नहीं बनी है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के मुखिया भी इस ओर अपनी मंशा जाहिर कर चुके हंै परंतु दो साल बीतने के बाद झोझा जल प्रपात पहंुच सड़क नहीं बन पाई है।
जिले के ग्राम बस्ती बगरा मंे बहुत ही मनोरम जल प्रपात मौजूद होने के बाद बड़ी संख्या में पर्यटक नहीं पहंुच पाते हैं। अपनी छटा के कारण सैलानियों को मंत्रमुग्ध कर देती है। ग्राम पंचायत बस्ती से लगभग पांच किलोमीटर दूर जंगलों के बीच जल प्रपात है। यहां पर सुविधा के नाम पर न तो पहाड़ी से नीचे उतरने के लिए सीढ़ी है और ना ही पहुंचने के लिए पक्की रोड है।
सुविधाएं नहीं होने से समस्याएं: ठाकुरगौरेला ब्लाक के सरपंच संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र ठाकुर ने बताया की जिले की मुख्य पर्यटन स्थल की संभ्ाावना के बाद झोझा जल प्रपात में सुविधाएं मुहैय्या नहीं कराई गई है। यहां पानी को रोकने की व्यवस्था की जाए ताकि वर्ष भर जल प्रपात से पानी झरता रहे। इस बारें में कई बार आश्वासन दी गई है। इसे लेकर कलेक्टर से चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा वे इस दिशा में प्रयास करते रहे हैं निश्चित रूप से इसके बन जाने से विकास होगा।
रोजगार की सुविधाएं बढ़ेगीग्राम पंचायत कोटमीखुर्द के पूर्व सरपंच सोहन सिंह ने बताया कि झोझा जल प्रपात को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किए जाने से स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। क्षेत्र में रोजगार की बड़ी समस्या है। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेेंगे। जलप्रपात को देखने के लिए अन्य जिले के लोग भी आते हंै किंतु पहंुचने की परेशानी को देखते हुए दोबारा नहीं आना चाहते हैं। इसलिए शासन प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यहां पर की समस्या गिनाते हुए बताया कि पेयजल की भी व्यवस्था नहीं है जबकि इस क्षेत्र मंे ऐसे कई स्थल है जो पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा सकता है। इस दिशा में अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए।
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