माओवादियों ने पहले बनाया बंधक फिर किया धारदार हथियार से गोपनीय सैनिक की हत्या,CRPF कैंप के पास फेंका शव

बीजापुर22 जनवरी (वेदांत समाचार)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में माओवादियों ने एक बार फिर जमकर तांडव मचाया है। माओवादियों ने धारदार हथियार से हमला करके एक गोपनीय सैनिक की हत्या की है। हत्या करने के बाद गोपनीय सैनिक का शव गंगालूर सड़क पर CRPF कैंप के पास फेंक दिया है। हालांकि शव को पुलिस ने बरामद कर लिया है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार-शनिवार की रात 10 से ज्यादा माओवादियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। इसकी पुष्टि SP कमलोचन कश्यप ने की है। मामला बीजापुर थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, गोपनीय सैनिक अंदो पोयम जिले के नक्सल प्रभावित इलाके कुटरु के तुंगोली का रहने वाला है। नक्सलियों ने गोपनीय सैनिक का पहले अपहरण किया, फिर धारदार हथियार से हमला करके उसकी हत्या कर दी। जिसके बाद शव को सड़क पर फेंक दिया। शनिवार की सुबह जब उस मार्ग से गुजर रहे लोगों ने शव को देखा तो इसकी सूचना उन्होंने फौरन पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे जवानों ने गोपनीय सैनिक के शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा है। गोपनीय सैनिक अंदरूनी इलाके में रहकर जवानों को नक्सलियों के मूवमेंट और अंदरूनी जानकारी देने का काम करते थे।

मजदूरों को बंधक बनाकर वाहनों में की आगजनी
शुक्रवार को माओवादियों ने जिले के नक्सल प्रभावित चेरी कंटी गांव में भी जमकर उत्पात मचाया था। यहां सड़क निर्माण कार्य में लगी 3 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। ग्रामीण वेशभूषा में पहुंचे नक्सलियों ने निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को भी काफी देर तक बंधक बनाकर रखा था। फिर JCB, पोकलेन और एक हाइवा वाहन का डीजल टैंक फोड़ कर आग लगा दी थी। साथ ही मजदूरों को सड़क निर्माण का काम न करने की हिदायत देकर रिहा कर दिया था।

पिछले डेढ़ सालों में इतने को मारा

  • 17 नवंबर 2020 को नक्सलियों ने सुकमा के जंगलों में जनअदालत लगाकर 2 युवकों की हत्या की थी।
  • 21 अक्टूबर 2020 को नक्सलियों ने बीजापुर में एक आरक्षक को अगवा कर जनअदालत लगा उसकी हत्या की थी।
  • साल 2020 में ही नक्सलियों ने नारायणपुर के अबूझमाड़ में 2 युवकों पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर गला रेत का हत्या की थी।
  • साल 2020 में कांकेर जिले में नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर एक पूर्व सरपंच की हत्या की थी।
  • साल 2020 में कांकेर जिले में एक दिव्यांग युवक की हत्या कर शव सड़क किनारे फेंका था। इस पर भी पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया गया था।
  • साल 2020 में सुकमा जिले में ही नक्सलियों ने एक ग्रामीण पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगा कर जन अदालत लगा उसकी हत्या कर दी थी।
  • नवंबर 2021 में सुकमा जिले में जनअदालत लगाकर माओवादियों ने 2 युवकों की हत्या की थी। इनपर भी पुलिस मुखबिरी योय आरोप लगाया था।
  • नवंबर 2021 में नक्सलियों ने कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा इलाके में जनअदालत लगाकर 1 ग्रामीण की हत्या की थी।
  • जनवरी 2022 में बीजापुर जिले में अपने ही एक साथी कमलू पुनेम को जनअदालत लगाकर मारा।
  • जनवरी 2022 में ही बीजापुर जिले के जांगला थाना क्षेत्र में अपने ही 2 साथी भोंगी पोयाम और कोतरापाल निवासी बोटी कुहरामी पर पुलिस मुखबिरी का शक कर उन्हें भी जन अदालत लगा कर मौत की सजा दी।
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