नई दिल्ली 21 जनवरी (वेदांत समाचार)। इंडिया गेट पर बीते करीब 50 साल से जल रही अमर जवान ज्योति का आज राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में विलय किया जा रहा है। साथ ही इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित की जानी है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक ट्वीट कर यह घोषणा की। नेताजी की 125वीं जयंती के मौके पर पीएम मोदी 23 जनवरी को इस प्रतिमा का अनावरण करेंगे। सूत्रों के मुताबिक जब तक सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा बनकर तैयार नहीं हो जाती, इंडिया गेट पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा मौजूद रहेगी।
भाजपा ने अपने सभी राज्य संगठनों से 23 जनवरी को बोस जयंती के मौके पर अपने-अपने राज्यों में कार्यक्रम आयोजित करने को कहा है। देशभर में आयोजित कार्यक्रमों में युवा विभिन्न स्थानों पर आजाद हिंद फौज के नारों को याद करने के लिए एकत्रित होंगे और इसके थीम गीत भी गाए जाएंगे। नेताजी से जुड़े शहरों में भी विशेष कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है।
अमर जवान ज्योति हटाने पर सरकार व विपक्ष में तनातनी
दिल्ली के इंडिया गेट पर पिछले 50 साल से जल रही अमर जवान ज्योति का आज यहां पास राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जलती हुई ज्योति में विलय किया जाएगा, जिसको लेकर सरकार और विपक्ष के बीच तनातनी बढ़ गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधा तो सरकार ने अपना पक्ष रखा। केंद्र सरकार का कहना है कि वह अमर जवान ज्योति को नहीं बुझा रही है, बल्कि कुछ ही दूरी पर बने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की लपटों में समाहित किया जा रहा है। केंद्र का कहना है कि अमर जवान ज्योति के स्मारक पर 1971 और अन्य युद्धों के शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है, लेकिन उनके नाम नहीं हैं।
इधर सेना से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इंडिया गेट स्थित अमर जवान ज्योति का शुक्रवार को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक ज्योति के साथ औपचारिक रूप से विलय किया जाना सही फैसला है। 1971 की जंग के नायकों में से एक रहे सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल जेबीएस यादव ने कहा है कि जोत के विलय पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। केंद्र के हर फैसले का विरोध करने की प्रवृत्ति रही है। अमर जवान की जोत को युद्ध स्मारक होल्डिंग में मिला दिया जाना चाहिए। देश में एक ही युद्ध स्मारक होना चाहिए।
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