जनवरी के अंतिम और फरवरी के प्रथम सप्ताह में पीक पर होगा कोरोना…

रायपुर 20 जनवरी (वेदांत समाचार)। राजधानी सहित प्रदेश में पिछले 48 घंटे से कोरोना संक्रमण की रफ्तार में गिरावट दर्ज की जा रही है। हालांकि विशेषज्ञ मानते हैं यह गिरावट काफी नहीं है। क्योंकि अभी भी आम लोगों में संक्रमण को रोकने को लेकर जागरूकता पर्याप्त नहीं बनी है। सार्वजनिक जगहों में लापरवाही चल रही है। आवश्यक है कि लोग सतर्क और जागरूक रहकर कोविड-19 के गाइड लाइन का पालन करें ताकि संक्रमण को और निचले स्तर पर लाया जा सके। वही स्वास्थ्य विशेषज्ञ का अनुमान है कि कोरोना संक्रमण का व्यवहार बदलता रहा है। इसलिए पड़ोसी राज्य और देशों समेत देश एक कैपिटल से मिल रही जानकारी के अनुमान अनुसार कोरोना की पीक छत्तीसगढ़ में जनवरी के अंतिम सप्ताह तक और फरवरी के प्रथम सप्ताह तक पहुंचने की संभावना है। इसलिए लोगों से यह अपील है कि वह लापरवाही न बरतें।

इस संदर्भ में मेडिकल कॉलेज रायपुर में कोरोना नियंत्रण भाग में प्रबंधक डॉक्टर ओ पी सुंदरानी ने कहा है कि कोरोना संक्रमण आमतौर पर दो बातों पर निर्भर करता है। एक लोगों के वह बर्ताव पर तथा दूसरा सीमावर्ती जिलों राज्य और देश के अन्य हिस्सों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर यह अनुमान लगाए जाते हैं। फिलहाल प्राप्त आंकड़े के आधार पर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि छत्तीसगढ़ राज्य में राजधानी सहित प्रमुख जिलों में कोरोनाकी पीक जनवरी अंतिम सप्ताह और फरवरी के प्रथम सप्ताह तक संभावित है। इसलिए लोगों को एक बार फिर जागरूकता का परिचय देते हुए सुरक्षा की तरफ ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार संक्रमण फिलहाल की स्थिति मैं खतरनाक नहीं दिख रहा है। मेकाहारा में आईसीयू सहित विशेष कक्ष मैं भर्ती मरीज की संख्या भी अधिक नहीं है और इलाज चल रहे हैं। क्योंकि पिछले अनुभव के आधार पर सरकार के प्रयासों के बाद तैयारियां और संसाधन काफी सुधार किए गए हैं। इसके बावजूद आम लोगों को काफी सतर्कता के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है। लोगों से अपील है की सैनिटाइज करते रहें मास्क पहने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें यही तीन प्रमुख काम है जिससे बचा जा सकता है। लक्षण दिखाई देने पर तत्काल आइसोलेट रहते हुए सुरक्षा के उपाय किए जाने चाहिए। डॉक्टर सुंदरानी के अनुसार कोरोना, खास तौर पर ओमीक्रॉन के लक्षण में मरीज में कमर के नीचे दर्द, हाथ पैर में दर्द, गले में खराश और बुखार विशेष लक्षण है। इन लक्षणों के नजर आने पर तत्काल परीक्षण कराकर इलाज प्राप्त करना चाहिए। तभी स्वयं को सुरक्षित रखते हुए कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है। उन्होंने इस बात पर चिंता जाहिर की की सार्वजनिक स्थानों पर लापरवाही बढ़ती जा रही है, जो खतरनाक हो सकती है।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]