जयपुर में जौहरी बाजार से लापता हुए एक बुजुर्ग कारोबारी को बंधक बनाकर हत्या करने का मामला सामने आया है। करीब एक महीने तक लापता रहे कारोबारी दिल्ली के शाहदरा में 28 अक्टूबर 2021 को अधमरी हालत में सड़क पर लावारिस मिले थे। उनके अंडरवियर में छिपी एक पर्ची पर बंधक बनाकर बुरी तरह मारपीट करने का खुलासा हुआ। दिल्ली के एक अस्पताल में दम तोड़ने के बाद स्थानीय पुलिस भी मृतक कारोबारी के बेटे को गुमराह करती रही। अब 8 जनवरी को दिल्ली में फर्श बाजार पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर कुलबीर सिंह ने जयपुर के माणकचौक थाने में हत्या का केस दर्ज करवाया है।
दरअसल, ज्वैलरी कारोबार से जुड़े 60 वर्षीय हीराचंद शर्मा जौहरी बाजार में रामलला जी का रास्ता में रहते थे। वह 27 सितंबर 2021 को जयपुर में ही मंगोड़ी वालों की बगीची में रहने वाले बालमुकुंद सोनी व राजेश सोनी से मिलने की बात कहकर घर से निकले थे। इसके बाद लौटकर घर नहीं आए। हीराचंद के बेटे हनी व बहू ने मोबाइल पर फोन किया तो वह बंद मिला। बालमुकुंद सोनी व राजेश से पिता के बारे में पूछा तो उन्होंने भी कोई जानकारी नहीं दी। तब हीराचंद के बेटे हनी शर्मा ने माणकचौक थाने में गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करवाई।
28 अक्टूबर को दिल्ली में सड़क किनारे लावारिस मिले, 29 को दम तोड़ा
दरअसल, लापता हीराचंद 28 अक्टूबर को दिल्ली के शाहदरा में गली नंबर 14 ए, बिहारी कॉलोनी में अचेत हालत में मिले थे। उन्होंने अंडरवियर बनियान पहनी हुई थी। कपड़े गंदे हो चुके थे। सूचना पर पहुंची फर्श बाजार थाना पुलिस ने पड़ताल की। जिसमें हीराचंद की अंडरवियर में एक पर्ची मिली। इसमें एक तरफ हिंदी में टूटी फूटी भाषा में लिखा था कि राजेश सोनी और बालमुकुंद सोनी ने मुझे एक महीने से कमरे में बंद कर रखा था। वे जयपुर में मंगोड़ी वालों की बगीची में रहते है।
पर्ची में लिखे थे दो मोबाइल नंबरों से पहचान
हीराचंद ने पर्ची में अपने घर के दो मोबाइल नंबर भी लिखे थे। पुलिस ने इन नंबरों पर संपर्क किया तब हीराचंद के बेटे हनी शर्मा से संपर्क किया। उसी ने फोन पर अज्ञात लावारिस व्यक्ति की पहचान पिता हीराचंद के रूप में की। बताया कि वे एक महीने से लापता चल रहे हैं। इसके बाद हनी और रिश्तेदार दिल्ली पहुंचे।पहले पुलिस ने हीराचंद की हालत नाजुक होने पर पीसीआर गाड़ी से डॉ. हेडगेवार हॉस्पिटल में भर्ती करवाया। जहां 29 अक्टूबर को हीराचंद को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। फर्श बाजार पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव बेटे को सौंप दिया।
प्रोपर्टी विवाद में बेटे ने लगाया पिता की हत्या का आरोप
हनी शर्मा ने बातचीत में बताया कि बालमुकुंद सोनी से उनके पिता हीराचंद का पिछले करीब 10 साल से एक प्रोपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। वे 27 सितंबर को इसी बातचीत के सिलसिले में बालमुकुंद सोनी से मिलने की बात कहकर घर से निकले थे। फिर वापस नहीं आए। हनी का आरोप है कि लापता पिता के दिल्ली में मिलने पर वे लोग वहां पहुंचे। लेकिन सब इंस्पेक्टर कुलबीर सिंह और थानाप्रभारी ने अंडरवियर में मिली पर्ची में लिखी गई पिता को बंधक बनाकर रखने, मारपीट करने की बात की जानकारी नहीं दी।
हनी ने बताया कि करीब 40 दिनों तक फर्श बाजार पुलिस ने गुमराह किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए भी चक्कर लगवाते रहे। इसी बीच हनी को दिल्ली में ही एक पुलिस अधिकारी ने पर्ची में लिखी गई बंधक बनाकर मारपीट करने की बात से अवगत करवाया। पर्ची में बालमुकुंद और उनके बेटे राजेश का जिक्र होने का पता चला। मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा तब फर्श बाजार पुलिस ने हत्या की जीरो नंबरी एफआईआर दर्ज कर जयपुर में 8 जनवरी को ट्रांसफर कर दी। अब पुलिस हीराचंद के पास मिली पर्ची के आधार पर बालमुकुंद सोनी और उनके बेटे राजेश से पूछताछ करेगी।
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