पीएम की सुरक्षा चूक मामले में खुली चन्‍नी सरकार की पोल, 32 पन्‍नों की र‍िपोर्ट की दावा- प्रधानमंंत्री जान-बूझकर सड़क मार्ग से आए

पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की सुरक्षा में चूक के मामले में कांग्रेस लगातार बैकफुट पर है. पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) और पंजाब कांग्रेस के तमाम नेता यह बात कह रहे हैं कि अंतिम क्षणों में पीएम ने विशेष सुरक्षा दल (SPG) के माध्यम से सड़क मार्ग पर आने का प्लान बना लिया था और जान-बूझकर वो सड़क मार्ग पर आए. चन्‍नी सरकार की तरफ से यह भी कहा गया कि उन्‍होंने 32 पन्नों का एक सीक्रेट सुरक्षा और रूट प्लान पहले ही तैयार कर लिया था. पंजाब सरकार का यह इंटरनल दस्तावेज TV9 भारतवर्ष के हाथ लगा है, जोकि पंजाब सरकार के झूठ को पूरी तरह से बेपर्दा कर देता है.

रूट प्‍लान में बताया गया है कि बकायदा आसपास के 4 जिलों के अफसरों के अलावा अन्य कई पुलिस के आला अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी कि उन्हें किस तरह से पूरे रूट पर तैनात रहना है. इस दस्‍तावेज के माध्‍यम से यह साफ हो जाता है कि इस मामले में गलती किसकी तरफ से हुई है. बता दें कि इस चूक की वजह से प्रधानमंत्री फ्लाईओवर पर 20 मिनट तक फंसे रहे थे और बाद में दिल्ली लौट गए. इसके चलते पीएम दो साल के बाद पंजाब में अपनी पहली रैली को संबोधित नहीं कर सके.

पीएम की सुरक्षा में सेंध को बीजेपी ने बताया ‘साजिश’

बीजेपी ने पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक की घटना को ‘साजिश’ करार दिया और दावा किया कि कांग्रेस के ‘खूनी इरादे’ नाकाम रहे. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बीजेपी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली पंजाब की कांग्रेस सरकार से सवाल किया कि राज्य की पुलिस ने क्या जानबूझकर प्रधानमंत्री के सुरक्षा दस्ते को झूठा आश्वासन दिया. कैसे प्रदर्शनकारी उनके काफिले तक पहुंचे और जब सुरक्षाकर्मियों ने मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क साधने की कोशिश की तो क्यों कोई संवाद नहीं किया गया? ईरानी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने भी कांग्रेस पर जमकर न‍िशाना साधा.

घटना पर सीएम चन्‍नी ने जताया खेद

पंजाब दौरे के दौरान पीएम की सुरक्षा में सेंध पर सूबे के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इस घटना पर खेद जताया. उन्‍होंने कहा, ‘मुझे खेद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिरोजपुर जिले के दौरे के दौरान वापस लौटना पड़ा. हम अपने प्रधानमंत्री का सम्मान करते हैं. मुझे बठिंडा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगवानी करने जाना था, लेकिन जिन लोगों को मेरे साथ जाना था, वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए, इसलिए मैं प्रधानमंत्री को रिसीव करने नहीं गया, क्योंकि मैं कोरोना पॉजिटिव पाए गए कुछ लोगों के संपर्क में था.’