राजधानी में बुधवार को नहीं चलेंगीं सिटी बसें, जानें वजह…

रायपुर 05 जनवरी (वेदांत समाचार)। राजधानी के आमानाका सिटी बस स्टैंड के बाहर बुधवार को सिटी बस चालक/परिचालक कल्याण संघ ने अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। सिटी बस कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष ललित साहू ने बताया कि पिछले 2 साल से लॉकडाउन के चलते उन्हें वेतन भत्ता नहीं दिया गया है। अवकाश के दिनों में वेतन की कटौती की जा रही है और ड्यूटी के दौरान बसों में किसी कारणों से हुई क्षतिग्रस्त या दुर्घटना होने पर चालकों को भरपाई देना पड़ता है।

ऐसे ही तमाम मुद्दों को लेकर सिटी बस कल्याण संघ 5 जनवरी को आमानाका बस डिपो के बाहर धरना देने बैठा है। उन्होंने कहा कि हमारी 8 सूत्रीय मांगे हैं जिन्हें राज्य सरकार को सुनवाई कर जल्द ही मांगों को पूरा करना होगा। यदि हमारी मांगे पूरी नहीं की जाती हैं तो सिटी बस चालक परिचालक कल्याण संघ रायपुर में अनिश्चितकालीन हड़ताल भी कर सकता है। आपको बता दें कि बस चालक-परिचालक अपनी मांगों को लेकर आज हड़ताल पर हैं। बसों का संचालन नहीं होने से मंत्रालय के कार्य प्रभावित हो सकते हैं।

ये है प्रमुख 8 मांगे

कोरोनावायरस अपडेट मई 2020 व 22 अगस्त से 6 सितंबर 2020 तक एवं अप्रैल 2021 का वेतन भत्ता भुगतान नहीं किया गया जिसका भुगतान करना चाहिए।
अवकाश के दिनों का वेतन कटौती बंद कर महीने का पूर्ण वेतन दिया जाए।
ड्यूटी के दौरान बसों में किसी तरह की दुर्घटना होने पर चालकों की भरपाई बंद की जाए व थाना कोर्ट कचहरी की पूरी जवाबदारी चालक से संबंधित ना हो और ट्रैवल्स द्वारा इसका भुगतान किया जाए।
सभी चालक परिचालकों को वर्ष में 10 दिनों का अवकाश की पात्रता दी जाए।
सभी परिचालकों को कार्य से निकाल दिया गया है उन्हें तत्काल वापस कार्य में रखा जाए और वर्तमान में मंत्रालय में 130 बसें चल रही हैं उसमें कोई भी परिचालक नहीं है सभी परिचालक को मंत्रालय में चलने वाली बसों पर रखा जाए।
सभी चालकों को प्रतिदिन की महंगाई भत्ता 100 रुपए से बढ़ाकर 200 रुपए कर दिया जाए।
सभी परिचालकों का महंगाई भत्ता 70 रुपए से बढ़ाकर 150 रुपए कर दिया जाए।
ड्यूटी के दौरान बस कहीं भी किसी भी जगह खराब होने पर रात्रि 8:00 बजे के बाद ओवरटाइम का भत्ता दिया जाए एवं 10:00 बजे के बाद हाजिरी दी जाए।