यूनिसेफ ने युद्धग्रस्त देशों में बच्चों की स्थिति पर जताई चिंता, कहा- संघर्ष में बच्चों के प्रति गंभीर उल्लंघन के मामले बढ़े

न्यूयार्क, एएनआई: यूनिसेफ ने विश्व में बढ़ रहे तनाव के बीच बच्चों की स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की है। संगठन ने 2021 के दौरान हुए सशस्त्र संघर्ष, अंतर-सांप्रदायिक हिंसा और असुरक्षा के चलते बड़ी तादाद में प्रभावित हुए बच्चों की संख्या को लेकर चेतावनी भी जारी की है।

बच्चों के प्रति हिंसा पर रोष

अफगानिस्तान, यमन, सीरीया और उत्तरी इथियोपिया सरीखे देशे में संघर्ष के दौरान बच्चों को लेकर हुई हिंसा पर यूनिसेफ ने रोष व्यक्त किया है। पिछले सप्ताह ही पूर्वी म्यांमार के काया में हुए एक हमले में चार बच्चे कथित तौर पर 35 लोग मारे गए थे। एक बयान में, यूनिसेफ के कार्यकारी निदेशक हेनरीटा फोर ने कहा कि साल दर साल, संघर्ष के पक्षधर बच्चों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा को लेकर नकारात्मक रुख अपनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे पीड़ित हैं और इस बेरुखी के कारण वो मर रहे हैं। बच्चों को नुकसान से बचाने के लिए हर संभव कोशिश की जानी चाहिए।

अपहरण और शारीरिक शोषण के मामले बढ़े

संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक साल 2020 में बच्चों के खिलाफ कुल 26,425 गंभीर उल्लंघनों की पुष्टि हुई थी। हलांकि साल 2021 के आंकड़े अभी तक उपलब्ध नहीं है। जिसके चलते कोई सटीक आंकड़ा अभी बताया नहीं जा सकता। साल 2021 के पहले तीन महीनों के दौरान बच्चों के खिलाफ गंभीर उल्लंघनों के मामलों की कुल संख्या में मामूली गिरावट देखी गई थी। लेकिन अरहरण और दुष्कर्म के पुष्टी किए गए मामलों में तीव्र वृद्धि जारी है।

अफ्रीकी देशों में स्थिति गंभीर

बच्चों के अपहरण के सबसे ज्यादा मामले पूर्वी अफ्रीकी देश सोमालिया से सामने आए हैं। इसके बाद कांगो, चाड, नाइजीरिया, कैमरून और नाइजर सरीखे देशों में अपहरण के मामले दर्ज किए गए। वहीं,दूसरी ओर कांगो गणराज्य, सोमालिया और मध्य अफ्रीका में यौन हिंसा के सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए।

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