BJP के लिए प्रचार करने पर होगा सामाजिक बहिष्कार, TMC नेता ने खुलेआम दी धमकी..

पश्चिम बंगाल के चार नगर निगमों (West Bengal Municipal Election) में जनवरी में चुनाव होंगे. कोलकाता नगर निगम का चुनाव (KMC Election) समाप्त होते ही बाकी के निगमों की चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है. सत्ताधारी दल से लेकर तमाम विपक्षी दल जोरदार तैयारी के साथ मैदान में उतर आए हैं. इसी बीच एक टीएमसी नेता के बयान से राजनीतिक बवाल खड़ा कर दिया है. टीएमसी नेता ने कहा है कि जो लोग बीजेपी के लिए प्रचार करेंगे, उनका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा. पूर्वी मिदनापुर जिले के तमलुक के वार्ड 4 में मंगलवार शाम तृणमूल कांग्रेस की बैठक का आयोजन किया गया था. बैठक में नगर अध्यक्ष चंचल खाड़ा ने वहां तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा. हालांकि बीजेपी ने तृणमूल नेता के बयान का मखौल उड़ाना बंद नहीं किया.

तृणमूल नेता चंचल खाड़ा ने कहा, ”आगामी नगर निकाय चुनाव में विपक्षी दल बीजेपी की जमानत जब्त की जानी चाहिए. इसके साथ ही जो लोग इससे जुड़े हैं या जो इस अभियान में हैं उनका भी सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिए. क्योंकि वे किसी काम के नहीं हैं, क्योंकि उन्हें मानवीय कार्यों की आवश्यकता नहीं है, इसलिए उनकी कोई सामाजिक आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर कोलकाता निगम चुनाव 116 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो सकती है, तो ताम्रलिप्ता नगर पालिका के लोग हैं. हम क्यों नहीं कर सकते?”

टीएमसी नेता ने दी सामाजिक बहिष्कार की धमकी

प्रदेश युवा तृणमूल के उपाध्यक्ष पार्थ सारथी माइति ने बताया, ”तृणमूल कांग्रेस की ओर से विरोध सभा हुई थी. उन्होंने उस वक्त बोलते हुए ऐसी गलती हुई थी. इस टिप्पणी को मैं समर्थन नहीं करता हूं, क्योंकि किसी भी व्यक्ति का सामाजिक बहिष्कार नहीं होना चाहिए. बीजेपी जिस तरह से धार्मिक रूढ़िवादिता कर रही है, उससे सामाजिक पतन हो रहा है. वह यही कहना चाहते थे.” बता दें कि पश्चिम बंगाल में निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा रहा है. राजनीतिक दलों ने प्रचार भी शुरू कर दिया है.

बीजेपी नेता ने धमकी को किया खारिज

इस संबंध में जिला बीजेपी तमलुक के उपाध्यक्ष आशीष मंडल ने कहा, ”इस नेता के बारे में मैं क्या कह सकता हूं. वे हर तरह के भ्रष्टाचार से जुड़े हैं. कुछ दिन पहले तमलुक अस्पताल के एक डॉक्टर की सार्वजनिक रूप से पिटाई कर दी थी. यह देखना होगा कि सामाजिक बहिष्कार कौन करता है. इसका जवाब तमलुक के लोग आने वाले दिनों में देंगे. बस धैर्य रखें, उन्हें बहिष्कार का सामना करना पड़ेगा, बस कुछ ही समय की बात है.”