मोबाइल लोकेशन के आधार पर छत्तीसगढ़ पुलिस का दिल्ली, महाराष्ट्र और MP में छापा, मुख्यमंत्री के निर्देश पर संत कालीचरण की गिरफ्तारी की कवायद तेज़

छत्तीसगढ़/रायपुर: रावणभाठा में आयोजित धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में अपशब्द कहने के बाद फरार संत कालीचरण के एक मोबाइल का लोकेशन दिल्ली में मिला है। मंगलवार को दिल्ली के अलावा एक-एक टीमें मप्र व महाराष्ट्र के अकाेला भेजी गई है। मप्र और महाराष्ट्र में संत कालीचरण का घर है।

वे दोनों जगह आते जाते रहते हैं। इस वजह से वहां भी टीमें भेजी गईं हैं। इस बीच के पुलिस ने संत कालीचरण के खिलाफ मंगलवार की रात नफरत फैलाने और धार्मिक व सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का भी केस दर्ज कर लिया है। रविवार को धर्म संसद में उनके विवादित बयान के करीब 6 घंटे बाद पुलिस ने रात 12 बजे शांति भंग करने के लिए असत्य वचन कहने और गाली गलौज के आरोप में केस दर्ज किया था।

अपराध पंजीबद्ध करने के बाद पुलिस ने धर्म संसद का वीडियो जब्त किया था। दो दिन उसकी समीक्षा के बाद अब उनके केस में नई धाराएं जोड़ी गईं हैं। पुलिस अफसरों के अनुसार संत कालीचरण को गिरफ्तार कर जल्द ही रायपुर लाया जाएगा। संत कालीचरण के मोबाइल का लोकेशन ट्रेस करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। उनके साथ दो अनुयायी और एक पीए आया था। उनके मोबाइल को भी ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है।

हालांकि किसी का भी मोबाइल चालू नहीं है। इस वजह से लोकेशन नहीं मिल रहा है। एक करीबी के मोबाइल का लोकेशन कुछ देर के लिए दिल्ली में मिला है। इस वजह से वहां भी टीम रवाना की गई है। अकोला में उनका घर होने के साथ आश्रम भी है। पुलिस को उम्मीद है कि वे अपने आश्रम में भी हो सकते हैं। गौरतलब है कि मंगलवार की रात संत कालीचरण के केस में जो धाराएं 153ए और 295ए के तहत जोड़ी गईं हैं, उसमें तीन से 5 साल तक की सजा का प्रावधान है। इसके पूर्व रविवार की रात धारा 294 व 505 2 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था।

आयोजन समिति को नोटिस भेजा
मंगलवार को पुलिस ने धर्म संसद आयोजित करने वाली समिति को नोटिस भेजकर उनसे जवाब मांगा। देर शाम नीलकंठ सेवा संस्थान के अध्यक्ष नीलकंठ त्रिपाठी की ओर से पुलिस की नोटिस का जवाब दिया गया। समिति की ओर से बताया गया है कि चूंकि संत कालीचरण मंत्रपाठ अच्छे से करते हैं। उनकी ख्याति सुनकर ही उन्हें धर्म संसद में मंत्रपाठ के लिए बुलाया गया था। पुलिस ने आयोजन समिति के 6 अन्य पदाधिकारियों का भी बयान दर्ज किया है।

एक दिन और ठहरना था, लेकिन विवादित बयान के बाद नहीं रुके
धर्म संसद में विवादित बयान देने के बाद अचानक गायब हुए संत कालीचरण कैसे छत्तीसगढ़ से निकले? पुलिस अब तक पता नहीं लगा सकी है। पुलिस को अब तक की पड़ताल से ये पता चला है कि आयोजन समिति ने उन्हें विमान से बुलवाया था। विवादित बयान के करीब 6 घंटे बाद सिविल लाइन थाने में एफआईआर करवायी गई। उसी के बाद पुलिस ने संत कालीचरण की तलाश शुरू की। पुलिस को जैसे ही पता चला कि उन्हें टिकरापारा स्थित पुजारी पार्क में ठहराया गया है, तो एक टीम वहां पहुंची। संत कालीचरण वहां नहीं थे। पूछताछ करने पर पता चला कि वे अपने घर के लिए रवाना हो चुके हैं। आयोजन समिति के पदाधिकारियों के अनुसार तयशुदा शेड्यूल के अनुसार उन्हें 27 दिसंबर यानी धर्म संसद के एक दिन बाद महाराष्ट्र रवाना होना था, लेकिन वे 26 दिसंबर की रात ही गायब हो गए। पुलिस अफसरों का मानना है कि धर्म संसद में राष्ट्रपिता के बारे में अपशब्द कहने के बाद उन्हें कुछ आशंका हो गई थी। इस वजह से वे धर्म संसद से सीधे पुजारी पार्क आए और घर के लिए रवाना हो गए।

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