इंडस पब्लिक स्कूल-दीपका की छात्रा मीसा सिंधु और रिषा नैन ने 20वीं राज्य स्तरीय म्यू-थाई चैंपियनशिप में ने जीता गोल्ड मैडल साथ ही कृष सिंधु को मिला रजत पदक

इंडस पब्लिक स्कूल की गौरव मीसा सिंध एवं रिषा नैन का किया गया सम्मान।

राष्ट्र का नाम ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर रोशन करना मेरा अंतिम ध्येय-मीसा सिंधु।

प्रत्येक कार्य समर्पित होकर करें, सफलता अवश्य मिलती है-रिषा नैन।

मेरा अगला लक्ष्य केवल स्वर्ण पदक-कृष सिंधु।

मीसा ने ’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसी खूबसूरत पंक्तियों को चरितार्थ कर दिया-डॉ. संजय गुप्ता।

कोरबा 27 दिसम्बर (वेदांत समाचार)। आज की पीढ़ी जहाँ बालक बालिकाओं को समान दर्जा दिया जाता है, हर क्षेत्र में बालिकायें बालकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है, सेवा क्षेत्र हो शिक्षण क्षेत्र हो या फिर सुरक्षा का क्षेत्र हो छात्राएँ आत्म रक्षा के गुण सीखकर आज हर परिस्थिति का सामना करने को तैयार है।

 

इंडस पब्लिक स्कूल दीपका की छात्रा मीसा सिंधु एवं रिषा नैन ने यह साबित कर दिया कि आज की लड़कियाँ किसी भी क्षेत्र में भी अपनी कामयाबी का परचम लहरा सकती हैं चाहे वह मार्शलआर्ट, ताइकांडो या म्यूथाई जैसी कठिन प्रतियोगिता ही क्यों न हो जिस पर कि सदियों से केवल पुरुष वर्ग का ही वर्चस्व रहा है। लेकिन आज परिस्थिति बदल चुकी है।आज हर क्षेत्र में लड़कियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर यह साबित कर दिया है कि हिम्मत व जज्बे में वे भी लड़कों या पुरुषों से कम नहीं हैं।और इस बात की मिसाल पेश की है आईपीएस-दीपका की छात्रा मीसा सिंधु एवं रिषा नैन ने।

20 वीं राज्य स्तरीय म्यूथाई चैपियनशिप के बालिका वर्ग के सब जुनियर वर्ग में मीसा सिंधु एवं रिषा नैन ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए विभिन्न राष्ट्रों से आए प्रतिभागियों को चारो खाने चित करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। इंडस पब्लिक स्कूल दीपका की कक्षा 10 वीं की छात्रा कु. मिषा सिंधु और रिषा नैन ने बालोद जिले के दल्ली राजहरा में आयोजित 20 वीं राज्य स्तरीय म्यूथाई चैपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर विद्यालय, जिले एवं राज्य का मान बढ़ाया । गौरतलब है कि कु. मीसा और रिषा नैन ने खेल के अंतिम कुछ पलों में भी अपनी प्रतिस्पर्धी को कड़ी टक्कर देते हुए स्वर्ण पदक पर अपना दावा पक्का किया। मीसा ने सेमीफाइनल में मेजबान खिलाड़ी को धूल चटाकर फाइनल में प्रवेश किया एवं स्वर्ण पदक के लिए अपना दावा पक्का किया। इसी प्रकार प्रारंभ से शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए रिषा नैन एवं कृष सिंधु ने भी क्रमशः स्वर्ण और रजत पदक पर अपना दावा सुनिश्चित किया।
यह प्रतियोगिता 23-25 दिसंबर 2021 को मार्शल ऑर्ट क्लब दल्लीराजहरा एवं जिला म्यूथाई संघ बालोद के सौजन्य से आयोजित किया गया था। मीसा सिंधु एवं रिषा नैन ने 16-17 आयु वर्ग के 51 कि0ग्रा0 वर्ग में भाग लिया था जबकि कृष सिंधु ने 12-13 वर्ष के 40 कि0ग्रा0 वर्ग में भाग लिया था।इस प्रतियोगिता का आयोजन छ0ग0 एमेच्योर म्यूथाई एसोसिएशन के विशेष सौजन्य से आयोजित किया गया था जो कि युनाइटेड एमेच्योर म्यूथाई एसोसिएशन इंडिया और इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ म्यूथाई एसोसिएशन ’इफमा’ और इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी से मान्यता प्राप्त है। ये बहुत ही गौरव की बात है कि इंडस पब्लिक स्कूल के इन होनहार विद्यार्थियों ने स्वर्ण और रजत पदक प्राप्त कर अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया।

दीपका स्थित इंडस पब्लिक स्कूल के कक्षा 10 वीं में पढ़ने वाली बिटिया मीसा सिंधु और रिषा नैन ने आज यह साबित कर दिया कि बेटियाँ बोझ नहीं होती बेटियाँ कुल का गौरव होती है। मीसा और रिषा नैन जो कि पढ़ाई में तो अच्छी है ही साथ ही खेल की दुनियाँ में भी उसने अपना परचम लहराया।विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर संपूर्ण विद्यालय परिवार गौरवान्वित है। दल्लीराजहरा से वापस आते ही विद्यालय में मीसा, रिषा नैन एवं कृष का विशेष सम्मान किया गया। विद्यार्थियों के माथे पर विजय तिलक लगाकर एवं शुभकामनाएँ देकर विद्यालय के प्राचार्य एवं शिक्षकों ने इन कोहिनूरों का सम्मान किया। विद्यार्थियों ने भी नमन कर सबका आभार व्यक्त किया और कहा कि हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि हम राष्ट्र का नाम ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर रोशन करें । हम अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं अपने कोच को देते हैं जिनके कुशल प्रोत्साहन एवं मार्गदर्शन से मुझे यह मुकाम हासिल हुआ।

मीसा सिंधु ने कहा कि मेरा पूरा फोकस पढ़ाई के साथ ही साथ आलंपिक के स्वर्ण पदक पर है।मैं उस पल की साक्षी बनना चाहती हूँ जब मैं आलेपिक में अपने राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करुँ और मुझे स्वर्ण पदक मिले।

रिषा नैन ने कहा कि मेरा भी सपना अपने परिवार और राष्ट्र का नाम ऊँचा करने का है। मैं सभी से यही कहना चाहती हूँ कि समर्पण के साथ किया गया कार्य अवश्य फलदायी होता है इसलिए हमेशा प्रयास करते रहें।

कृष सिंधु ने कहा कि मेरा अगला लक्ष्य केवल स्वर्ण पदक है और इसके लिए मैं पूरी तन्मयता से परिश्रम करुँगा।रजत पदक पाकर मेरे आत्मविश्वास मेंं इजाफा हुआ हे अब अगली बार और पूरी ऊर्जा के साथ रिंग पर उतरुँगा।

विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि आज इन विद्यार्थियों ने साबित कर दिया कि हमारी बेटियाँ किसी से कम नहीं हैं और ये हमारे लिए बडे सम्मान एवं गौरव की बात है कि मीसा,रिषा एवं कृष जैसे होनहार छा़त्र हमारे विद्यालय का हिस्सा है।आज सच में इन विद्यार्थियों ने ’बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ’ और झुको नहीं, रुको नहीं जैसी खूबसूरत पंक्तियों को चरितार्थ कर दिया।