राजनीतिक चुटकी और अपने बेबाक अंदाज के लिए मशहूर कवि कुमार विश्वास की हाल में राजस्थान में पिछले साल की सियासी उठापटक पर की गई एक टिप्पणी की हर तरफ चर्चा हो रही है. नागपुर में खासदार सांस्कृतिक महोत्सव के दौरान कुमार विश्वास ने राजस्थान से सियासी संकट पर केंद्रीय गृहमंत्री पर कटाक्ष करते हुए सीएम अशोक गहलोत को भला आदमी बताया. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे.
बीजेपी को सहन नहीं हुई कांग्रेस की महज 3 सरकारें
नागपुर में कविता पाठ के दौरान विश्वास ने कहा कि कांग्रेस की सरकार एक छत्तीसगढ़ में, एक राजस्थान में और एक मध्यप्रदेश में आई वह भी इन भाजपाइयों को रास नहीं आई. वह बोले कि, ऐसा जीना नरक कर दिया उनका, वो बेचारे अशोक गहलोत इतने भले आदमी हैं, उनकी यह हालत कर रखी है इन भाजपाइयों ने कि अगर 5 विधायक एक साथ बाथरूम चले जाएं तो गहलोत साहब बाथरूम के बाहर कुर्सी लगा लेते हैं.
उन्होंने अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा कि विधायकों को इस तरह का खतरा है कि कहीं बाथरूम गए विधायकों को पीछे की खिड़की से अमित भाई निकाल कर तो नहीं ले गए! भाई, यह कोई तरीका नहीं है. उन बेचारों को भी अवसर दीजिए लोकतंत्र में, मैं राजनीतिक वंचितों के साथ हूं. बता दें कि कुछ समय पहले ही कुमार विश्वास की पत्नी को गहलोत सरकार ने राजस्थान लोक सेवा आयोग का सदस्य बनाया है.
कन्हैया कुमार पर भी कसा तंज
कुमार विश्वास ने आगे हाल ही कांग्रेस का दामन थामने वाले जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर भी बिना नाम लिए तंज कसा. उन्होंने कहा कि अमित शाह के गृहमंत्री बनने से पहले दिल्ली में लोग आजादी की मांग करते थे लेकिन अब कोई नहीं बोल रहा है क्योंकि वह जानते हैं कि अब आजादी होम डिलीवरी भी करवाई जा सकती है.
गौरतलब है कि कुमार विश्वास अक्सर कवि सम्मेलनों में राजनीतिक कटाक्ष करते हैं लेकिन गहलोत पर किए गए मीठे कटाक्षों की राजस्थान के सियासी गलियारों में खासी चर्चा है. वहीं विश्वास की टिप्पणी तब अहम हो जाती है जब उनकी पत्नी को गहलोत सरकार में ही आरपीएससी का सदस्य बनाया गया हो.
इसके अलावा कन्हैया कुमार पर तंज कसकर राहुल गांधी की राजनीतिक नेतृत्व क्षमता पर भी विश्वास ने सवाल उठाए. वहीं राजस्थान में बीजेपी के सरकार गिराने के सियासी ड्रामे पर नितिन गडकरी को संबोधित करते हुए विश्वास ने आगे कहा कि आप सह लेते हैं तो हम कह लेते हैं.
पत्नी के आरपीएससी सदस्य बनने पर कांग्रेस में दिखी थी खींचतान
बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनावों में कुमार विश्वास ने अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था और उस दौरान उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ खूब राजनीतिक बयानबाजी की थी. ऐसे में जब गहलोत सरकार ने उनकी पत्नी को आरपीएससी का सदस्य बनाया तब कांग्रेस के कुछ हल्कों में दबे सुर विरोधी आवाजें उठी थी, हालांकि मामला ज्यादा तूल नहीं पकड़ पाया था.
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