डॉन पप्पू देव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे:पुलिस हिरासत में ब्रेन की नस फटने से गई जान, शरीर पर चोट के 30 निशान…

बिहार 26 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। पुलिस हिरासत में कोसी के डॉन संजय देव उर्फ पप्पू देव (51 वर्ष) की मौत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गई है। इसमें मौत की वजह ब्रेन में हेमाटोमा के कारण कार्डियो रेसपिटरी सिस्टम का फेल होना बताया गया है। साथ ही रिपोर्ट में पप्पू के पूरे शरीर पर जख्म के 30 गंभीर निशान भी बताए गए हैं। ये निशान हार्ड एंड ब्लंट वस्तु के प्रहार के हैं। रिपोर्ट आने के बाद एक बार फिर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।

रिपोर्ट ने पुलिस की उस थ्योरी पर प्रश्न खड़े कर दिए हैं, जिसमें कहा गया था कि पुलिस मुठभेड़ के दौरान पप्पू दीवार से छलांग लगाकर भाग रहा था। पुलिस गिरफ्तार कर थाने ले आई। अचानक रात दो बजे उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की। उसे इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। अगर पुलिस की इस थ्योरी पर विश्वास कर भी लिया जाए तो बड़ा सवाल यह है कि पप्पू के पूरे शरीर पर जख्म के निशान कैसे आए?

पोस्टमार्टम 19 दिसंबर को सदर अस्पताल के तीन डॉक्टरों ने किया था। इस दौरान दो डॉक्टर बाहर के भी मौजूद थे। रिपोर्ट सदर अस्पताल के MO डॉ. अखिलेश्वर प्रसाद, डॉ. एसके आजाद, एसडीसी नीरज कुमार सिन्हा, डीएस डॉ. एसपी विश्वास के हस्ताक्षर से जारी किया गया है। सिविल सर्जन डॉ. अवधेश कुमार ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ओपन है। पोस्टमॉर्टम के समय की वीडियोग्राफी भी कराई गई थी। रिपोर्ट में सब कुछ स्पष्ट रूप से लिखा है।

सिर में खून जमा हो गया था

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, पप्पू देव की मौत का कारण सामान्य हार्ट अटैक नहीं था। पप्पू के ब्रेन की नस फट जाने के कारण सिर में पूरा खून जमा होना है। जिसकी वजह से हार्ट और सांस लेने का पूरा सिस्टम फेल हो गया। सिर में जहां खून जमा हुआ वहां गंभीर चोट का निशान भी पाए गए हैं।

पुलिस हिरासत में हुई मौत

सहरसा में कुख्यात पप्पू देव की 19 दिसंबर की अहले सुबह पुलिस हिरासत में मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि 18 दिसंबर की रात पप्पू देव और उसके गुर्गों के साथ पुलिस मुठभेड़ हुआ था। इसमें जमकर गोलीबारी हुई। मुठभेड़ के बाद ही पुलिस ने पप्पू देव को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उसने सीने में दर्द की शिकायत की। पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।