2 लाख की कर्ज माफी, स्मारक का निर्माण और FIR रद्द, चुनाव से पहले किसानों को CM का बड़ा तोहफा..

पंजाब में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने किसानों को लेकर बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि राज्य में किसानों का 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया जाएगा. चन्नी ने गुरुवार को राज्य में किसानों (जिन्होंने कृषि बिलों का विरोध किया था) के खिलाफ दर्ज सभी एआईआर रद्द करने के साथ-साथ मौजूदा कर्ज माफी योजना के तहत 2 लाख रुपये तक के ऋण माफी को मंजूरी देने के लिए 1,200 करोड़ रुपये की राशि जारी करने की घोषणा की है.

इससे लगभग 1.09 लाख छोटे और सीमांत किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद है, जिनके पास पांच एकड़ तक की भूमि है. राज्य सरकार पहले ही 5.63 लाख किसानों का 4,610 करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर चुकी है (Farm Loan in Punjab). एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि इनमें से 1.34 लाख छोटे किसानों को 980 करोड़ रुपये की राहत मिली, जबकि 4.29 लाख सीमांत किसानों को 3,630 करोड़ रुपये की ऋण माफी का लाभ मिला है.

संयुक्त किसान मोर्चा की मांग स्वीकार

संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) की एक और बड़ी मांग को स्वीकार करते हुए, चन्नी ने पंजाब पुलिस द्वारा उन किसानों के खिलाफ दर्ज सभी एफआईआर रद्द करने की भी घोषणा की है, जिन्होंने राज्य के भीतर “कृषि कानूनों” के खिलाफ 31 दिसंबर तक विरोध प्रदर्शन किया था. मुख्यमंत्री ने पंजाब के किसानों के एक समूह के साथ बैठक करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए ये घोषणाएं की हैं. चन्नी ने पुलिस महानिदेशक को राज्य में कृषि कानूनों को लेकर हुए आंदोलन और धान की पराली जलाने के मामलों में शामिल विभिन्न किसानों के खिलाफ दर्ज सभी एफआईआर रद्द करने के लिए आवश्यक औपचारिकताएं तुरंत पूरी करने का निर्देश दिया है.

स्मारक का निर्माण कराएगी सरकार

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि सरकार पांच एकड़ भूमि पर एक नया नायाब स्मारक बनवाएगी. जो विशेष रूप से किसानों के आंदोलन और उनके बलिदान को समर्पित होगा (Memorial For Farmers in Punjab). उन्होंने कहा, ‘यह स्मारक और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लोकतंत्र की सर्वोच्चता को दर्शाएगा और किसानों के आंदोलन के दौरान के शांतिपूर्ण आचरण की झलक इसमें दिखेगी.’ उन्होंने किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन को प्रदर्शित करने के लिए स्मारक बनाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) से समर्थन और सहयोग मांगा है.

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