Modi Vs Mamata: पीएम मोदी से नाराज हुईं ममता बनर्जी, शुक्रवार को बुलाई बैठक में नहीं होंगी शामिल..

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच तनाव फिर से खुलकर सामने आ गया है. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई डिजिटल बैठक में बोलने का मौका नहीं देने से नाराज सीएम ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि आध्यात्मिक नेता ऋषि अरविंद की 150 वीं जयंती को लेकर बनाई गई समिति की शुक्रवार को बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं होंगी. सीएम ममता बनर्जी ने गुरुवार को राज्य सचिवालय नबान्न में स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के दौरान कार्यक्रम आयोजन को लेकर बैठक की. इस बैठक के दौरान ही ममता बनर्जी ने मुख्य सचिव को कहा कि कल की बैठक में जो हुआ है. उसके बाद वह शुक्रवार की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगी. वैसे राज्य सरकार ने ऋषि अरबिंद की 150वीं जंयती को लेकर खुद ही कई कार्यक्रम लिए हैं. इस बैठक में योगेन चौधरी और जय गोस्वामी ने पीएम की बैठक में सीएम को नहीं बोलने देने की निंदा की.

बता दें कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आध्यात्मिक नेता ऋषि अरविंद की 150 वीं जयंती के पालन के लिए 53-सदस्यीय समिति का गठन किया गया है. इस समिति में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, दो पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह, एचडी देवेगौड़ा, ममता बनर्जी सहित और कई कैबिनेट मंत्री हैं. शुक्रवार को इस समिति की बैठक होनी है, लेकिन सीएम ममता बनर्जी इस बैठक में हिस्सा नहीं लेंगी.

आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर बंगाल में आयोजित होंगे कार्यक्रम

भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए समिति की बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि 26 जनवरी और 15 अगस्त को विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे. अगले साल विश्व संगीत मेला का आयोजन किया जाएगा. 23 जनवरी से लेकर 30 जनवरी तक विभिन्न कार्यक्रम होंगे. नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर 23 जनवरी को श्यामबाजार में नेताजी की मूर्ति तक शोभायात्रा निकलेगी. तमलुक विश्वविद्यालय का नाम महात्मा गांधी के नाम पर रखा जा रहा है.

आजादी के अमृत महोत्सव की बैठक में नहीं बोलने देने से हुईं नाराज

गौरतलब है कि पीएम मोदी की अध्यक्षता में आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर बैठक आयोजित की गई थी. वर्चुअल बैठक में ममता बनर्जी भी शामिल हुई थीं. लेकिन करीब दो घंटे के इंतजार के बाद भी उन्हें बोलने का मौका नहीं मिला. इस बारे में राज्य सचिवालय का कहना है कि वक्ताओं की सूची में ममता का नाम शामिल नहीं किया गया था. इस बात को लेकर ममता बनर्जी केन्द्र सरकार से नाराज हो गई हैं.ममता बनर्जी को नहीं बोलने देने का मलाल इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि, इससे पहले भी कोरोना को लेकर 10 राज्यों के सीएम के साथ हुई बैठक में उन्हें बोलने का मौका नहीं मिला था.