जिले में 87 प्रतिशत से अधिक व्यक्तियों की हुई मलेरिया जांच…

सुकमा 23 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग ने घर-घर जाकर मलेरिया की रोकथाम के लिये व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। मलेरिया जांच दल संवेदनशील इलाकों में, नदी, पहाड़ी व पथरीली रास्तों से होते हुए प्रत्येक ग्रामीणों तक अपनी पहुंच बनाकर मलेरिया की जांच कर रहे हैं। यही कारण है कि बस्तर संभाग में इस अभियान के तहत सुकमा में सबसे अधिक 87 प्रतिशत लक्षित जनसंख्या कवर हो चुकी है। वर्तमान में मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के पांचवा चरण 22 नवम्बर से 31 दिसम्बर तक चलाया जा रहा है। जिसका उद्देश्य मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों से मलेरिया परिजिवी नष्ट करना है। इस अभियान के अंत तक जिले के 27,244 घरों, स्कूल, आश्रम, सुरक्षा कैम्प, तक स्वास्थ्य विभाग की टीम रक्त सैम्पल लेकर जांच कर रहे हैं। अभियान के दौरान घर-घर जाकर स्क्रीनिंग तथा प्रभावित लोगों का पूर्ण उपचार किया जा रहा है। साथ ही लोगों को मलेरिया के बारे में जानकारी दी जा रही है और मलेरिया से बचाव के तरीके भी बताये जा रहे हैं।

इस समबन्ध में सीएमएचओ डॉ. सी. बी. प्रसाद बंसोड़ ने बताया कि मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के तहत जिले में कुल 2.74 लाख से अधिक लोगों के रक्त की जांच की जानी है जिसमे से 2.39 लाख लोगों की जांच की जा चुकी है जिसमें केवल 1,392 मलेरिया पाज़िटिव पाए गए। अभियान के तहत अब तक कोंटा ब्लॉक में सर्वाधिक 93,745 व्यक्तियों की जांच की गई। इसके अलावा छिंदगढ़ ब्लॉक में 91,101, सुकमा ब्लॉक में 55,059 व्यक्तियों की जांच गयी। सर्वे के दौरान मेडिकेटेड मच्छरदानी उपयोग करने वाले 48,529 घर पाए गए हैं।“

वहीं जिला मलेरिया सलाहकार राजेश्वरी ने बताया, कि जिले में मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में रोग का प्रसार रोकने के लिए दवाओं के साथ-साथ मच्छरों का उन्मूलन या उनसे बचने के लिए लगातार उपाय किये जा रहे है। इसके तहत मलेरिया विभाग की ओर से प्रभावित क्षेत्रों में कीटनाशक का छिड़काव भी किया जा रहा है। जिले में अब तक 50,271 से अधिक घरों में दवा का छिड़काव किया जा चुका है। मलेरिया के मच्छर स्थिर जल में पनपते हैं इसलिये अपने घर या आसपास पानी जमा न होने दें। जमा हुआ पानी में जला हुआ मोबिल ऑयल अथवा मिट्टी का तेल अवश्य डालें , नालियों को साफ रखें। मलेरिया मुक्त अभियान को सफल बनाने के लिये अपना सहयोग दें। हाल ही में जिले में मच्छर से बचाव के लिए 2.12 लाख मेडिकेटेड मच्छरदानी की प्राप्ति हुई है। जिसे जल्द ही निःशुल्क वितरित कर दिया जाएगा। इस मच्छरदानी को 5 साल तक प्रयोग में लाया जा सकता है। ऐसे में मलेरिया प्रभावित क्षेत्र के लोगों को मच्छरों के प्रकोप से मुक्ति मिलेगी।“ मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के पंचम चरण में बस्तर संभाग के 14.35 लाख से अधिक व्यक्तियों की जांच की जानी है। जिनमें सर्वाधिक बस्तर के 2.83 लाख, सुकमा के 2.74 लाख, बीजापुर के 2.56 लाख, दन्तेवाड़ा के 2.38 लाख , नारायणपुर के 1.31 लाख, कांकेर के 1.22 लाख, कोंडागांव के 1.28 व्यक्ति की मलेरिया जाँच होगी।

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