कोरबा।भारतीय चित्रकला का संक्षिप्त इतिहास और प्रमुख चित्रकार नामक पुस्तक में करतला ब्लॉक अंतर्गत ग्राम तुमान के नव प्रयोगवादी अंतर्राष्ट्रीय चित्रकार श्याम दिवाकर के जीवन परिचय को प्रमुख स्थान दिया गया है। उल्लेखनीय है कि चित्रकार विगत 15 वर्षों से कला के क्षेत्र में सक्रिय हैं तथा इनके द्वारा किए गए कला संरक्षण और संवर्धन कार्य को रेखांकित करते हुए इनके कला यात्रा कला शैली जीवन संघर्ष और सफलता को इस पुस्तक में समाहित करते हुए
शानदार ढंग से प्रस्तुत किया गया है पुस्तक में कला के आदिकाल से आधुनिक काल तक की यात्रा को सरल सहज भाषा में प्रस्तुत किया गया है जो कला के टीजीटी तथा पीजीटी एवं फाइन आर्ट के विद्यार्थियों के अध्ययन को ऊंचा उठाती है भारतीय प्रमुख चित्रकारों के जीवन परिचय के साथ उनकी उपलब्धि को प्रमुखता से दिखाया गया है राजस्थान के जाने-माने साहित्यकार और चित्रकार रमेश शुन्य द्वारा रचित पुस्तक की भूमिका बबीता कुमारी ने लिखी है उनका मानना है कि इन बड़े कलाकारों के जीवन और उनकी कलाकृतियों से नवोदित कलाकार और कला के विद्यार्थी रचनात्मकता वृत्तीयों को और उन्मुख होंगे तथा सकरात्मक और रचनात्मक कृतियों का सृजन होगा।
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