अफगानिस्तान (Afghanistan) के तालिबान (Taliban) अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि वे काबुल (Kabul) में पासपोर्ट जारी करना फिर से शुरू करेंगे. इससे उन नागरिकों को देश छोड़ने की उम्मीद मिलेगा, जो तालिबान के शासन को छोड़कर जाना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें अपनी जान को खतरा महसूस होता है. युद्धग्रस्त मुल्क में आर्थिक और मानवीय संकट बढ़ता जा रह है, जिससे बचने के लिए हजारों लोगों ने नए यात्रा दस्तावेजों के लिए आवेदन किया है. संयुक्त राष्ट्र ने अफगानिस्तन की आर्थिक और मानवीय स्थिति को भूख के हिमस्खलन के रूप में वर्णित किया है.
गृह मंत्रालय में पासपोर्ट विभाग के प्रमुख आलम गुल हक्कानी (Alam Gul Haqqani) ने संवाददाताओं से कहा कि अधिकारी रविवार से काबुल के पासपोर्ट कार्यालय में यात्रा दस्तावेज जारी करना शुरू करेंगे. तालिबान ने 15 अगस्त को सत्ता में लौटने के तुरंत बाद पासपोर्ट जारी करना बंद कर दिया था. दरअसल, तालिबान की वापसी के बाद हजारों लोग काबुल के एकमात्र एयरपोर्ट के जरिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे, ताकि वह देश छोड़ सकें. अक्टूबर में अधिकारियों ने काबुल में पासपोर्ट कार्यालय को फिर से खोला, लेकिन कुछ दिनों बाद ही इसे बंद कर दिया गया.
पहले अप्लाई किए गए लोगों को मिलेंगे पासपोर्ट
आलम गुल हक्कानी ने कहा कि सभी तकनीकी मुद्दों को अब हल कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि शुरू में यात्रा दस्तावेज उन लोगों को दिए जाएंगे जिन्होंने कार्यालय के निलंबित होने से पहले ही आवेदन कर दिया था. उन्होंने कहा कि नए आवेदन 10 जनवरी से स्वीकार किए जाएंगे. पासपोर्ट जारी करना अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए तालिबान की प्रतिबद्धता की परीक्षा के रूप में देखा जाता है, ताकि बढ़ते मानवीय संकट के बीच पात्र लोगों को देश छोड़ने की अनुमति मिल सके. तालिबान डोनर्स पर अरबों डॉलर की सहायता बहाल करने के लिए दबाव डाल रहा है, ताकि देश का गुजारा हो सके.
घरेलू सामान बेचकर पेट पाल रहे लोग
दरअसल, तालिबान के कब्जे से ठीक पहले पश्चिम समर्थित सरकार गिर गई, जिसके बाद अफगानिस्तान को दी जाने वाली राशि को सस्पेंड कर दिया गया. संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के अनुसार, पहले से ही सूखे और दशकों के युद्ध से पीड़ित अर्थव्यवस्था के लिए सहायता राशि को अचानक रोकना एक अभूतपूर्व झटका है. संकट ने राजधानी में कई लोगों को अपने परिवारों के लिए भोजन खरीदने के लिए घरेलू सामान बेचने के लिए मजबूर किया है. मुख्य रूप से दुबई और अबू धाबी के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानें काबुल हवाई अड्डे पर धीरे-धीरे फिर से शुरू हो गई हैं. अगस्त में एयरपोर्ट पर काफी नुकसान भी हुआ था.
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