केंद्र सरकार द्वारा लड़कियों की शादी की आयु 21 वर्ष किए जाने पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि आजकल वैसे भी ग्रेजुएशन करते-करते 21 साल हो जाता है। पोस्ट ग्रेजुएशन करते-करते 24 से 25 वर्ष की उम्र हो जाती है। लड़कियों की शादी भी आजकल 25 से 30 वर्ष की उम्र में हो रही है, लेकिन दूसरे और भी लोग हैं, जिनका ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में बहुत से माता-पिता भ्रम के शिकंजे में भी आ सकते हैं।
सामाजिक लोगों के साथ ही सलाह मशवरा करके ऐसे फैसले करने चाहिए। एक साल में राज्य से केंद्र को लिखे 30 पत्र पत्रों की सुनवाई नहीं होने पर बघेल ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि हम केंद्र से मिलने का समय मांगते हैं तो वो भी नहीं मिलता और पत्र भेजते हैं तो उसका जवाब नहीं देते। केंद्र सरकार कांग्रेस शासित राज्यों का सम्मान ही नहीं करती और असहमति का भी कोई सम्मान नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के 36 में से 4 वादे भी पूरे नहीं होने के आरोप पर बघेल ने कहा कि रमन सिंह पहले यह बता दें कि उन्होंने सब आदिवासियों को गाय देने की बात कही थी, क्या उन्होंने यह बात पूरी की। 15 साल सत्ता में रहे और हम 3 साल।
रमन सिंह को कोई बात कहने का कोई नैतिक अधिकार ही नहीं है। उनके शासनकाल में शिक्षा कर्मियों के साथ मारपीट हुई, कितने शिक्षाकर्मियों की मौत के लिए वे जिम्मेदार हैं। उन्होंने शिक्षा कर्मियों की भर्ती तक नहीं की। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि आज का दिन पूरा देश विजय दिवस के रूप में मना रहा है। आज के दिन इंदिरा जी को याद करते हुए और उन महाभारत के महान सपूतों को महान वीरों को भी नमन करने का अवसर है और उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने का अवसर है और मैं उन सभी लोगों को प्रणाम करता हूं।
छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिकाओं के संयुक्त मंच के प्रतिनिधियों की सीएम बघेल से हुई चर्चा के बाद सप्ताह भर से चल रहा आंदोलन वापस ले लिया गया है। सीएम ने मांगो को दो माह मे पूरा करने का आश्वासन दिया है। संयुक्त मंच की प्रांताध्यक्ष सरिता पाठक,रूक्मणी सज्जन, हेमा भारती और कल्पना चंद्र ने सभी कार्यकर्त्ता और सहायिकाओं से कल से अपने अपने आंगनबाड़ी केन्द्रो में काम शुरु करने कहा है।
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