कोरोनावायरस के नए ओमीक्रॉन वेरिएंट की वजह से दुनियाभर में चिंता की लहर दौड़ गई है. ये वेरिएंट तेजी से दुनियाभर के मुल्कों में लोगों को शिकार बना रहा है. दक्षिण अफ्रीकी क्षेत्र में नवंबर के आखिर में सामने आने के बाद देखते ही देखते ये वेरिएंट दुनिया के 71 देशों में दस्तक दे चुका है. भारत भी इस वेरिएंट से अछूता नहीं रहा है और देश में अभी तक 43 लोग इस वेरिएंट से संक्रमित हुए हैं. हालांकि, जहां दुनिया में ओमीक्रॉन वेरिएंट की वजह से पहली मौत ब्रिटेन में रिपोर्ट की गई है, वहीं भारत में अभी तक किसी की भी इस वेरिएंट से मौत नहीं हुई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के टॉप सूत्रों ने बताया है कि दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सामने आने के बाद से इस वेरिएंट ने वहां पर अभी तक 700 से अधिक लोगों को अपना शिकार बनाया है. हालांकि, इस वेरिएंट के केस में कमी भी देखने को मिल रही है. सूत्रों ने बताया कि इन सबके बाद भी भारत के लिए चिंता की बात ये है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट तेजी से फैलता है. इस वजह से अगर ये वेरिएंट भारत में फैल गया तो देश के अस्पतालों पर भारी दबाव पड़ सकता है. ओमीक्रॉन वेरिएंट की वजह से अस्पतालों के बेड क्षमता तक भर सकते
सात राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में मिले 43 संक्रमित
सूत्रों ने बताया कि ओमीक्रॉन वेरिएंट तेजी से फैलने वाला है. यही वजह है कि अभी तक दुनियाभर में इसके आठ हजार से ज्यादा मामले रिपोर्ट किए गए हैं. वहीं, उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह तक देश के सात राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में ओमीक्रॉन वेरिएंट के 43 मामले रिपोर्ट किए गए. इसमें महाराष्ट्र में 17, राजस्थान में 13, दिल्ली में 6, गुजरात में 3, कर्नाटक में 2, आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ में एक-एक मामले रिपोर्ट किए गए हैं. यहां पर गौर करने वाली बात ये है कि अभी तक किसी ने भी इस खतरनाक वेरिएंट की वजह से जान नहीं गंवाई है.
ओमीक्रॉन वेरिएंट से रिकवर हुए 11 मरीज
बताया गया है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट से ठीक होकर घर जाने वाले मरीजों की संख्या 11 है. राजस्थान में 9 मरीज इस वेरिएंट से रिकवर हुए हैं, जबकि कर्नाटक और दिल्ली में एक-एक मरीज रिकवर होकर घर लौटे हैं. सरकार जहां बूस्टर डोज (Booster Dose) को लेकर मंथन कर रही है, वहीं कुछ हैरान वाली जानकारी भी सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि इस वेरिएंट से वो लोग भी संक्रमित हुए हैं, जिन्होंने बूस्टर डोज लगवाई थी. ऐसे केस अमेरिका, इजरायल जैसे मुल्कों में रिपोर्ट किए गए हैं.
[metaslider id="347522"]