बिलासपुर,03जून 2025(वेदांत समाचार)। छत्तीसगढ़ राज्य के लिए एक बड़ी और बहुप्रतीक्षित सौगात सामने आई है. केंद्र सरकार की ओर से प्रस्तावित एक नई रेलवे परियोजना के तहत प्रदेश के 8 अहम जिलों को आपस में जोड़ा जाएगा. यह न केवल राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूती देगा बल्कि रोजगार, व्यापार, परिवहन और पर्यटन के नए रास्ते भी खोलेगा. आने वाले वर्षों में यह रेल परियोजना छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में जान फूंकने का काम करेगी और दूरदराज के इलाकों को मुख्यधारा से जोड़ने में क्रांतिकारी कदम साबित होगी.
इस नई रेलवे लाइन से प्रदेश के कुल 8 जिले सीधे तौर पर जुड़े होंगे. इनमें बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, महासमुंद, बलौदाबाजार, धमतरी और गरियाबंद जैसे महत्वपूर्ण जिले शामिल हैं. ये सभी जिले राज्य के औद्योगिक, खनिज संपन्न और कृषि आधारित क्षेत्र हैं, जिनकी कनेक्टिविटी बढ़ने से पूरे राज्य में संतुलित विकास संभव हो सकेगा.
यात्री और माल परिवहन दोनों को होगा फायदा
रेलवे विभाग ने कहा कि इस रेललाइन का फायदा केवल यात्रियों तक सीमित नहीं रहेगा. यह मालगाड़ियों के आवागमन के लिए भी एक बड़ा जरिया बनेगी. इससे उद्योगों को कच्चा माल पहुंचाने और तैयार उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने में आसानी होगी. छोटे व्यापारियों से लेकर बड़े उद्योगों तक सभी को इस कनेक्टिविटी का प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा.
यात्री और माल परिवहन दोनों को होगा फायदा
रेलवे विभाग ने कहा कि इस रेललाइन का फायदा केवल यात्रियों तक सीमित नहीं रहेगा. यह मालगाड़ियों के आवागमन के लिए भी एक बड़ा जरिया बनेगी. इससे उद्योगों को कच्चा माल पहुंचाने और तैयार उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने में आसानी होगी. छोटे व्यापारियों से लेकर बड़े उद्योगों तक सभी को इस कनेक्टिविटी का प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा.
पर्यटन और स्थानीय व्यापार को मिलेगी नई दिशा
जिन जिलों को इस रेलवे लाइन से जोड़ा जाएगा, उनमें कई प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहरें मौजूद हैं. बेहतर परिवहन सुविधा के चलते इन क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही स्थानीय हस्तशिल्प, कृषि उत्पाद और अन्य छोटे व्यवसायों के लिए नए बाजार खुलेंगे.