Vedant Samachar

एक साथ कई धमाकों से दहला इजरायल, तीन बसों में हुए विस्फोट; पुलिस बोली- यह बड़ा आतंकी हमला

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यरुशलम,21फ़रवरी2025। इजरायल के केंद्रीय शहर बैट याम में गुरुवार शाम एक के बाद एक कई धमाके हुए। इजरायली पुलिस ने कहा कि इन हमलों में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन यह बड़े आतंकी हमले थे। पीएम नेतन्याहू ने विस्फोटों के बाद रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख और शिन बेट और पुलिस आयुक्त से मुलाकात की। पुलिस ने एक बयान में कहा कि बैट याम में विभिन्न स्थानों पर हुए कई बसों में विस्फोट की जांच की जा रही है।

हमलों में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को तेल अवीव के करीब बसों पर विस्फोटों के बाद वेस्ट बैंक में गहन ऑपरेशन करने के लिए सेना को निर्देश दिया, जिसे नेतन्याहू के कार्यालय ने बड़े पैमाने पर हमले का प्रयास बताया। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

इजरायली पुलिस ने कहा कि तेल अवीव के बाहर दो इजरायली उपनगरों में तीन बसों में विस्फोट हुए थे और चार विस्फोटक उपकरण पाए गए थे। स्थानीय मीडिया ने बताया कि विस्फोट डिपो में बसों में हुए थे और वे खाली थीं। बयान में कहा गया कि संदिग्धों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर पुलिस बल तैनात किया गया है।

ये विस्फोट इजरायल में विनाशकारी बस विस्फोटों की याद दिलाते हैं जो 2000 के दशक के फलस्तीनी विद्रोह के दौरान हुए थे। हालांकि ऐसे हमले अब दुर्लभ हैं। पुलिस ने बयान में कहा कि पुलिस की बम निरोधक इकाइयां अतिरिक्त संदिग्ध वस्तुओं की तलाश कर रही हैं। हम जनता से क्षेत्रों से बचने और किसी भी संदिग्ध वस्तु के प्रति सतर्क रहने का आग्रह कर रहे हैं।

विस्फोट दो अलग-अलग पार्किंग स्थलों में दो बसों में हुए
बैट याम के मेयर त्जविका ब्रॉट ने एक वीडियो बयान में कहा कि विस्फोट दो अलग-अलग पार्किंग स्थलों में दो बसों में हुए। ब्रॉट ने कहा कि इन घटनाओं में कोई घायल नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि विस्फोटों के कारण अभी भी स्पष्ट नहीं हैं। कुछ इजरायली नेटवर्क द्वारा प्रसारित टेलीविजन फुटेज में एक पूरी तरह से जली हुई बस दिखाई दे रही थी, जबकि एक अन्य में आग लगी हुई थी। इजरायली सेना पिछले एक महीने से वेस्ट बैंक में बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चला रही है और उसका कहना है कि वह आतंकवादियों को निशाना बना रही है। वेस्ट बैंक के शरणार्थी शिविरों में हजारों फलस्तीनियों को अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया है, जबकि घरों और बुनियादी ढांचे को ध्वस्त कर दिया गया है।

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